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2035 में खत्म होगा लीप सेकेंड:यह धरती का समय एक सेकेंड आगे बढ़ाने का सिस्टम, 50 साल पहले हुई थी शुरुआत

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लेखक: एलाना मिशेल

लीप सेकेंड या धरती के समय को एक सेकेंड आगे बढ़ाने की व्यवस्था 2035 में खत्म हो जाएगी। शुक्रवार को वर्सेलीस, फ्रांस में साइंस और मेजरमेंट स्टैंडर्ड की अंतरराष्ट्रीय संधि के सदस्य देशों ने यह फैसला किया। इसके लिए प्रस्ताव लगभग आमराय से पास कर दिया गया। दुनियाभर के वैज्ञानिकों मेट्रोलॉजिस्ट ने इस पर राहत की सांस ली है। कुछ साइंटिस्ट्स पिछले कई सालों से लीप सेकेंड की समस्या हल करने के लिए दबाव डाल रहे थे।

क्या है लीप सेकेंड?
50 साल पहले शुरुआत के बाद से लीप सेकेंड से समस्या हो रही है। इंटरनेशनल एटॉमिक टाइम घड़ी से मिलान करने के लिए यह तरीका आजमाया गया है। धरती के अपनी धुरी पर घूमने की गति एटॉमिक घड़ी के समय से थोड़ी धीमी है। इसलिए जब एटॉमिक समय एक सेकेंड आगे रहता है तब उसे धरती के बराबर करने के लिए एक सेकेंड रोक देते हैं। 1972 में जब बदलाव शुरू किया गया तब दस लीप सेकेंड एटॉमिक टाइम स्केल में जोड़े गए थे। उसके बाद 27 और सेकेंड जोड़े जा चुके हैं।

लीप सेकेंड से जुड़ी हैं कई परेशानियां
1972 के बाद से लीप सेकेंड के कारण अड़चन हो रही है। आज टेक्निकल पेचीदगियां खड़ी होने लगी हैं। यह एकदम सही बताना कठिन है कि अगले लीप सेकेंड की जरूरत कब पड़ेगी ताकि कंप्यूटर नेटवर्क को उसके हिसाब से तैयार किया जा सकें। विभिन्न नेटवर्क ने अतिरिक्त सेकेंड जोड़ने के लिए स्वयं के तरीके अपनाए हैं। फिर आधुनिक कंप्यूटिंग सिस्टम एक-दूसरे से बहुत ज्यादा जुड़े हैं।

वे पूरी तरह सटीक समय पर निर्भर हैं। कई बार तो यह सेकेंड के अरबवें हिस्से तक होता है। टेलीकम्युनिकेशन नेटवर्क,बिजली ट्रांसमिशन, फाइनेंशियल लेनदेन और अन्य जरूरी कामों से संबंधित कंप्यूटिंग सिस्टम में एक अतिरिक्त सेकेंड जोड़ना जोखिम भरा होता है। वे ठप या अस्तव्यस्त हो सकते हैं।

रूस ने लीप सेकेंड खत्म करने का समय आगे बढ़वाया
अनाधिकृत टाइम सिस्टम ने धीरे-धीरे दुनिया के अधिकृत इंटरनेशनल टाइम, समन्वित यूनिवर्सल टाइम (यूटीसी) की जगह लेना शुरू कर दिया है। यूटीसी के लिए लीप सेकेंड को खत्म करने का फैसला किया गया है। रूस लीप सेकेंड खत्म करने का समय आगे बढ़ाना चाहता है क्योंकि उसके ग्लोबल नेविगेशनल पोजिशनिंग सिस्टम में अतिरिक्त सेकेंड शामिल है। दूसरी ओर अमेरिका के GPS सिस्टम में ऐसा नहीं है। रूस की चिंता को ध्यान में रखकर लीप सेकेंड को 2035 तक खत्म नहीं किया जाएगा।