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भ्रष्टाचार का मामला:टेंडर में गड़बड़ी पर पूर्व ईई से 4.66 करोड़ रुपए की रिकवरी

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पीएचई बिलासपुर में टेंडर गड़बड़ी मामले में बड़ी कार्रवाई कर 4.66 करोड़ रुपए की वसूली करने का आदेश जारी हुआ है। इधर, वर्तमान ईई की पदस्थापना के बाद टेंडर में लगातार गड़बड़ी और लेन-देन का ऑडियो जारी होने के बाद कार्रवाई की बात तो दूर, उच्चाधिकारी रिटायर्ड कर्मचारी को तक नहीं हटवा पाए हैं। पीएचई में दो कार्यपालन अभियंताओं के बीच भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। पूर्व ईई एमके मिश्रा पर राज्य शासन ने 14 आरोप तय किए हैं।

टेंडर नियमों में गड़बड़ी, अनियमित भुगतान, छलकपट से राशि का गबन करने आदि का आरोप लगाते हुए 4.66 करोड़ रुपए की रिकवरी के आदेश दिए हैं। वर्तमान ईई एसके चंद्रा पर भी एक साल पूर्व मनी लॉड्रिंग एक्ट में ईडी से कार्रवाई हो चुकी है। ईडी ने कार्रवाई के दौरान 1.72 करोड़ रुपए जब्त किए थे। कार्रवाई के दौरान उन्हें निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद उनकी पदस्थापना बिलासपुर में हुई। यहां टेंडर में लगातार गड़बड़ी और लेन-देन का ऑडियो तक जारी हुआ।

ये हैं पूर्व ईई एमके मिश्रा पर शासन द्वारा लगाए गए प्रमुख आरोप

  • अनियमित तरीके से अनुबंध पर क्रय, कोटेशन से क्रय व जॉब वर्क से काम कराए गए।
  • वित्तीय अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए संदेहास्पद भुगतान व वित्तीय अनियमितता की गई।
  • कुल 86 नग देयकों से 7.68 लाख रुपए का भुगतान किया गया जो आपत्तिजनक है, वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में है।
  • दूरभाष नंबर 222116 का दुरुपयोग कर सीमा से अधिक देयकों का भुगतान सरकारी फंड से किया गया।
  • निजी वाहन किराए पर लेकर मरम्मत, डीजल खरीदी आदि के लिए 20.12 लाख रुपए का अनियमित भुगतान किया गया।

वर्तमान ईई एसके चंद्रा पर हुई कार्रवाई व लगे आरोप

  • एक साल पूर्व ईडी की कार्रवाई के दौरान 1.72 करोड़ रुपए की राशि जब्त।
  • बिलासपुर में पदस्थापना के बाद नियमों से छेड़छाड़ कर बगैर प्रकाशन किए टेंडर बुलाया।
  • टेंडर शैड्यूल का पालन न कर कुछ घंटों के लिए टेंडर खोला।
  • एनजीआर डायरेक्टर ने कलेक्टर से ईई की शिकायत की। इसमें अनुबंध से बाहर एनजीओ काे बुलाकर अधिक काम देने का अाराेप।
  • विभाग में लेन-देन का ऑडियो वायरल हुआ। इसमें बाबू औैर रिटायर्ड कर्मचारी का नाम आने के बाद भी ईई ने पहले कार्रवाई करने को कहा लेकिन बाद में इंकार।
  • विभाग के डीए ने टेंडर को कुछ घंटों के लिए खोले जाने पर बताया नियमों के विपरीत।

सीधी बात : रवि मेढेकर, अवर सचिव

कोरबा ईई पर कार्रवाई हुई लेकिन बिलासपुर ईई के कार्यकाल में हो रही गड़बड़ी पर संज्ञान नहीं क्यों?
– क्या हुआ बताइए।

सेक्रेटरी, ईएनसी और जेजेएम के डायरेक्टर तक को टेंडर गड़बड़ी और लेनदेन को लेकर वायरल ऑडियो की जानकारी दी गई?
– सेक्रेटरी सर के संज्ञान में लाइए, कार्रवाई निश्चित तौर पर होगी।

लेनदेन के ऑडियो पर दो मामलों में कलेक्टर ने कार्रवाई की है, आप लाेग क्यों नहीं करते?
– निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी, आप जानकारी में लाइए।