तमाम लोग अपने आने वाले कल को सुरक्षित बनाने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं और पाई-पाई जोड़ते हैं. क्योंकि सभी जानते हैं कि एक ना एक दिन तो काम से रिटायर होना ही पड़ेगा. उस समय हाथ-पैर में पहले जैसी कार्य क्षमता नहीं होगी और शरीर तमाम बीमारियों का घर बन जाएगा. ऐसे में कमाई तो जीरो लेकिन, खर्चे बहुत ज्यादा बढ़ जाएंगे. ऐसे ही कठिन समय को चैन से बिताने के लिए हमें रिटायरमेंट प्लान या पेंशन प्लान में निवेश करते रहना चाहिए.
क्या है ये योजना?
वैसे तो बाजार में तमाम कंपनियों के अलग अलग तरह के रिटायरमेंट प्लान हैं. इन्हीं में से एक ऐसा प्लान है प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (Pradhan Mantri Vaya Vandana Yojana). यह योजना एक सामाजिक सुरक्षा योजना और पेंशन प्लान है और इसे भारत सरकार द्वारा पेश किया गया है. लेकिन इसका संचालन भारतीय जीवन बीमा निगन (LIC) करता है.
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के तहत अधिकतम निवेश की सीमा 15 लाख रुपए तय की गई है. इस योजना के तहत सीनियर सिटीजन को निवेश पर अन्य योजनाओं के मुकाबले ज्यादा ब्याज मिलता है. इस योजना में 60 साल या उससे अधिक उम्र के लोग मासिक या सालाना पेंशन प्लान चुन सकते हैं
जना को 4 मई, 2017 को भारत भारत सरकार द्वारा देश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू किया गया था. इस योजना के तहत निवेश करने की अधिकतम सीमा पहले साढ़े सात लाख थी जिसे बढ़ा कर 15 लाख रुपये कर दिया गया है.
ऐसे करें निवेश
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना में आप ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरीके से आवेदन कर सकते हैं. एलआईसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई किया जा सकता है. पेंशन की पहली किस्त, रकम जमा करने के 1 साल, 6 महीने, 3 महीने या एक महीने बाद मिलेगी.
पेंशन इस बात पर निर्भर करती है कि आप कौन सा ऑप्शन चुनते हैं. निवेश के आधार पर 1000 से लेकर 9250 रुपये प्रति माह की पेंशन प्रदान की जाती है. सभी सामान्य बीमा स्कीम में टर्म इंश्योरेंस पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाता है. लेकिन प्रधानमंत्री वय वंदना योजना पर जीएसटी नहीं लगाया जाता.