त्रिपुरा के उनाकोटी जिले के श्रीरामपुर इलाके में वरिष्ठ माकपा नेता बैद्यनाथ मजूमदार की एक प्रतिमा की मूर्ति तोड़े जाने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिला पुलिस निरीक्षक लकी चौहान ने बताया कि यह घटना बुधवार देर रात हुई और इस संबंध में दो युवा गिरफ्तार किए गए। हालांकि उनका कहना है कि उन्हें घटना में कोई भी राजनीतिक कोण नहीं नजर आया।
स्थानीय लोगों ने बुधवार की इस घटना की जानकारी पुलिस को दी जिन्होंने सूचना के मुताबिक शरारती तत्वों की पहचान की। चौहान ने बताया , ‘इस संबंध में दो युवा गिरफ्तार किए गए जिनकी पहचान लितन सरकार और रंजीत नामा के तौर पर हुई है।”
बैद्यनाथ मजूमदार की प्रतिमा उनकी मौत के एक साल बाद 2012 में स्थापित की गई थी। मजूमदार, 1993 से 1998 के दौरान वरिष्ठ वामपंथी नेता दशरथ देब नीत सरकार में राज्य के उपमुख्यमंत्री थे। माकपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व शिक्षा एवं कानून मंत्री तपन चक्रवर्ती ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ भाजपा के कार्यकर्ताओं ने यह प्रतिमा गिराई। वहीं भाजपा के प्रदेश सचिव नीतीश डे ने घटना के जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग की। मूर्ति तोड़े जाने के विरोध में माकपा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन भी किया। वहीं भाजपा ने घटना में अपना हाथ होने से इनकार किया है।
आपको बता दें कि भाजपा के सत्ता में आने के कुछ दिन के अंदर ही कम्युनिस्ट आइकन लेनिन की दो मूर्तियां तोड़ दी गई थी। बेलोनिया में फाइबर ग्लास की लेनिन की पांच फीट ऊंची मूर्ति को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया था जबकि सबरूम में लेनिन की एक छोटी प्रतिमा को तोड़ दिया गया। त्रिपुरा में लेफ्ट फ्रंट ने लगातार 25 साल तक राज किया, इस साल मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने लेफ्ट के किले को ध्वस्त कर दिया। राज्य में पहली बार भाजपा की सरकार बनी।