मेरे पिता स्व. बलीराम कश्यप ने 40 वर्ष के राजनीतिक जीवन में बस्तर के लोगो के लिए जो संघर्ष किया और जिस तरह से वे स्वास्थ्य शिक्षा और बस्तर के लोगो के चहुमुखी विकास की परिकल्पना रखते थे उसे प्रदेश के मुखिया डॉ. रमन सिंह पूरा कर रहे हैं। बस्तर में जो विकास हुआ है वो किसी प्रमाण का भूखा नहीं है। अब स्वास्थ्य के क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज और उससे जुड़े 650 बिस्तर के चिकित्सालय के अस्तित्व में आने के बाद बस्तर को स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई पहचान मिलेगी।
आज ऐसा लग रहा है कि मेरे पिता बलिराम कश्यप का सपना साकार हुआ है। उक्त बातें सांसद दिनेश कश्यप ने गुरूवार को मेडिकल कॉलेज के चिकित्सालय के लोकार्पण के दौरान कही। शिक्षा को लेकर भी जो प्रयास जारी है वो माकूल हैं, हर पांच किमी में स्कूल है, बच्चों के लिए विशेष तौर पर कोचिंग की सुविधा और अब आदिवासी अंचल के बच्चे डाक्टर इंजीनियर बनकर क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं। वे बड़े अफ सर बन रहे हैं। लोकार्पण अवसर पर स्वागत उद्बोधन में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि बस्तर के जन नायक स्व. बलीराम कश्यप का सपना आज साकार हुआ।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के सक्षम नेतृत्व में बस्तर और पूरे छग का विकास तेजी से हो रहा है। सरकार की आलोचना करने वालों को आड़े हाथों लेते कहा कि जब वे सरकार में थे तब उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम क्यों नहीं कियाए मेडिकल कॉलेज की सौगात बस्तर वासियों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। स्वास्थ्य मंत्री ने दो मामलों में बस्तर की विशेष पहचान होने की बात कहते राष्ट्रपति को अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि लिंग अनुपात में पूरे देश में बस्तर अलग है, यहां पुरूषों से महिलाओं की संख्या अधिक है, जो यहां कि महिलाओं की जागृति का उदाहरण है। वहीं डिलवरी के दौरान मौत का आंकड़ा भी घटा है, यहां कि चिकित्सा व्यवस्था पहले की तुलना में काफी बेहतर हुई है। मेडिकल कॉलेज के विषय में राष्ट्रपति को लघु वीडियो क्लिप दिखाया गया। जिसमें बताया गया कि बस्तर संभाग की 40 लाख की आबादी के अलावा बस्तर में तैनात सुरक्षा बल के जवानों को भी मेकॉज का लाभ मिलेगा।
170 करोड़ की लागत से 650 बिस्तर का यह अस्पताल 50 हजार स्क्वेयर मीटर में स्थापित है, जहां 75 विशेषज्ञ चिकित्सक, 375 पैरामेडिकल स्टाफ 24 घंटे सेवा देंगे। ओपीडी में 300 से 400 मरीजों का रोजाना उपचार होगा। एक अन्य प्रेजेन्टेशन में स्काई संचार क्रांति योजना के विषय में जानकारी दी गई। जिसमें कहा गया कि 5 लाख युवाओं और 45 लाख महिलाएं कुल 50 लाख लोगों को स्मार्ट फोन दिया जाएगा।