रायपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस के चुनावी मिशन की कवायदों के बीच पीसीसी मुखिया को आए एक कथित नक्सली नेता के काल से सरगर्मियां तेज हो गई है। हालांकि इस मामले में नक्सली नेता गणपति के नाम से काल करने की शिकायत हुई है। राजनीतिक गलियारों में इसकी जमकर चर्चा है। वहीं कांग्रेस से जुड़े सूत्र इसे भी कोई राजनीतिक षड़यंत्र ही मानकर चल रहे हैं।
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को 17 जुलाई को एक अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम गणपति बताया। यहां उल्लेखनीय है कि गणपति दक्षिण बस्तर में सक्रिय संगठनों के शीर्ष नक्सली नेता और मास्टरमाइंड माने जाते हैं। हालांकि इस काल पर पीसीसी अध्यक्ष ने कोई संक्षिप्त जवाब ही दिया। काल करने वाले कथित नक्सली नेता ने राज्य की 37 सीटों में असर डालने और कांग्रेस को समर्थन करने की बात भी कही। बाद में बघेल ने इस फोन को किसी की तरफ से की गई शरारत मानते हुए काल कट कर दिया। उन्होंने तत्काल इसकी शिकायत दुर्ग जिले के एसपी को भी की है। अब इस मामले में कई सवाल उठ रहे हैं।
जिस नंबर से फोन आया वह भी किसी गणपति के नाम से ही रजिस्टर्ड पाया गया है। वहीं काल का लोकेशन भी हैदराबाद मिला। कांग्रेस अध्यक्ष की मानें तो काल करने वाला व्यक्ति भी लहजे से कोई दक्षिणभाषी राज्य का ही लग रहा था। हालांकि कांग्रेस संगठन के वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी इस मामले को किसी बड़े राजनीतिक षडय़ंत्र से जोड़कर देख रहे हैं। चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस अध्यक्ष को किसी मामले में फंसाकर राजनीतिक फायदे की भी आशंका जता रहे हैं। इधर लिखित शिकायत के बाद इस मामले में पीसीसी अध्यक्ष फिलहाल मौन हैं। कांग्रेस पदाधिकारियों का दावा है कि कांग्रेस अध्यक्ष को फंसाने लगातार कई झूठे और फर्जी मामले भी दर्ज किए गए हैं। इस बार भी ऐसी ही साजिश हो सकती है।