छत्तीसगढ़ में जगदलपुर के महारानी अस्पताल को मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में शिफ्ट किए जाने के बाद महारानी अस्पताल में पूरी व्यवस्था बिगड़ गई है. इसे लेकर युवा कांग्रेस ने महारानी अस्पताल के सामने ही अपना अनशन शुरू कर दिया है. वर्तमान में 100 बिस्तरों वाले महारानी अस्पताल में किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं है. फिर भी रोजाना सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण अपना इलाज कराने के लिए महारानी अस्पताल पहुंचते हैं.
आलम यह है कि यहां पहुंचने वाले मरीज को सुविधा देने के बजाय शहर से 12 किलोमीटर दूर मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया जा रहा है. वहां भी उन्हें इधर उधर भटकना पड़ रहा है. ऐसे में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इसके विरोध में शासन प्रशासन के खिलाफ अपना विरोध जताना शुरू कर दिया है. पिछले 4 दिनों से अनशन में बैठे युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को देखने के लिए किसी भी प्रशासनिक अफसर अनशन स्थल पर नहीं पहुंचे हैं.
युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव सुशील मौर्य ने प्रदेश की बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि महारानी अस्पताल में सभी प्रकार की मशीनों को उठाकर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है. साथ ही अन्य जिलों में जिला अस्पताल की तर्ज पर महारानी अस्पताल होना चाहिए, जो बिलकुल भी नहीं है. केवल नाम का महारानी अस्पताल रह गया है.
अनशन में बैठे युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव का कहना है कि जब तक महारानी अस्पताल में पूरी सुविधा मुहैया नहीं कर दी जाती, तब तक उनका अनशन जारी रहेगा. वहीं अनशन स्थल पर पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश महासचिव ने इसे सरकार की गंभीर लापरवाही बताई है. उन्होंने शहर के बीजेपी विधायक संतोष बाफना पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि जनता ने इन्हें विधायक चुना है जो केवल अपना काम पूरा करने में लगे हुए हैं. उन्हें शहर की जनता से कोई लेना देना नहीं है और आने वाले दिनो में जनता ऐसे विधायक को सबक जरूर सिखाएगी.