Home News दिवाली में मिट्टी के दीयों से घर को करें रोशन.

दिवाली में मिट्टी के दीयों से घर को करें रोशन.

30
0

इस साल अब दिवाली (Diwali) में कुछ ही दिन रह गए हैं. लोग अपने-अपने घरों की सजावट में जोर-शोर से लगे हुए हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीराम 14 वर्ष के वनवास के पश्चात जब वापस अयोध्या (Ayodhya) लौटे थे तो अयोध्यावासियों ने उनका स्वागत लाखों दीप जलाकर किया था. यह परंपरा आज भी कायम है. दीपावली (Deepawali) के दिन सभी घर दीयों से जगमग-जगमग रहते हैं. इस दिन मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) और भगवान श्री गणेश जी (Lord Ganesha) की पूजा-अर्चना की जाती है. माना जाता है कि घर को साफ-सुथरा रखने से इस दिन मां लक्ष्मी स्वयं घर पधारती हैं. इसलिए दिवाली के दिन हर कोने में दीएं जलने चाहिए. हालांकि, आजकल एक से बढ़कर एक रंग-बिरंगे बल्ब लगाने का चलन हैं लेकिन मिट्टी के दीयों का आज भी कोई जवाब नहीं हैं. वैसे भी मिट्टी के दीयों को सबसे शुद्ध माना जाता है. वैसे भी त्योहार की परंपरा के अनुरूप मिट्टी के दीये (Mitti Ke Diye) ही सर्वमान्य हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि ये भारतीयता की खुशबू से भरपूर हैं.
आप भी अपने घर को सस्ते में दीयों से रोशन करना चाहते हैं, तो मिट्टी के दीयों से बढ़कर कोई चीज नहीं है. वैसे तो, हरेक जगह दीयों की दुकान मिल ही जाएंगी, लेकिन हम यहां कुछ फेमस दीयों की जगह के बारे में बता रहे हैं, जहां हर तरह के दीयों की खरीददारी (Diya Shopping) की जा सकती है.
अगर आप राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में रहते हैं, तो पुरानी दिल्ली का दरियागंज मिट्टी के दीयों के लिए मशहूर है. यह एक से बढ़कर एक दीयें मिल जाएंगे. यहां विभिन्न राज्यों की मिट्टी से तैयार दीये मिल जाएंगे. पदमचंद मार्ग स्थित दुकानो पर दीयों के अलावा हस्तनिर्मित मिट्टी की वस्तुओं का भंडार भी है. इसके आस-पास भी कुछ दुकानें हैं, जहां मिट्टी की दीयों की खरीददारी की जा सकती है.
पुरानी दिल्ली (Old Delhi) में ही चांदनी चौक (Chandni Chowk) से सटे भागीरथ पैलेस के अंदर बिजली मार्केट में दीयों का बाजार लगता है. यहां थौक में डिजाइनर दीयें लिए जा सकते हैं.
झज्जर के दीयों की मुंबई में मांग

हरियाणा (Haryana) के झज्जर में कुंभकारों द्वारा बनाए गए दीयों की मांग देश भर में रहती है. दिल्ली के अधिकांश इलाकों में झज्जर से ही दीयें आते हैं. हालांकि, झज्जर के ज्यादातर दीयों की सप्लाई मुंबई (Mumbai) में होती है.

मैदानगढ़ी में दीयों का भंडार
दक्षिणी दिल्ली के मैदानगढ़ी गांव में कई कुंभकार परिवार मिट्टी के दीयें बनाने में दक्ष हैं. इनके बनाए दीयें की मांग हर जगह रहती है. दीवाली पर बाजार में पर्याप्त मात्रा में दीये उपलब्ध रहें, इसके लिए मैदानगढ़ी के ये परिवार आजकल दिन रात काम कर रहे हैं.