झारखंड में एक बार फिर से हेमंत सोरेन की सरकार को अपदस्थ करने की कथित साजिश का खुलासा होने के बाद से झारखंड की सियासत में उबाल आ गया है. इस बार झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के घाटशिला से विधायक रामदास सोरेन ने दावा किया है कि हेमंत सरकार को गिराने के लिए उन्हें पार्टी के ही दो पूर्व नेताओं ने पैसे और पद का प्रलोभन दिया था. इस बाबत रांची के धुर्वा थाने में मामला भी दर्ज कराया गया है. अब जेएमएम का कहना है कि जिस दिन से सरकार बनी है, उसी दिन से इसे अपदस्थ करने की साजिश रची जा रही है. वहीं, BJP ने इसे सरकार का प्रोपेगेंडा करार दिया है. साथ ही झारखंड की मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि हेमंत सरकार अंतर्कलह से ही गिर जाएगी, भाजपा को इसके लिए प्रयास करने की जरूरत नहीं है. जानकारी के अनुसार, रवि केजरीवाल और अशोक अग्रवाल ने जेएमएम कोटे के 5 से 6 विधायकों से संपर्क साधा था, लेकिन अब तक उन विधायकों की ओर से मामला दर्ज नहीं कराया गया है.
इस पूरे मामले पर बीजेपी ने आश्चर्य व्यक्त किया और कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने को लेकर लगातार इस तरह का प्रोपेगेंडा कर रही है. कुछ महीनों पहले भी एक मामला सामने आया था, लेकिन उसको लेकर भी अभी तक कोई खुलासा नहीं हो सका है कि साजिश में पर्दे के पिछे कौन लोग हैं? भाजपा का कहना है कि रवि केजरीवाल से बीजेपी का नाता नही है. रवि का जेएमएम से नाता रहा है और वह जेएमएम के कोषाध्यक्ष रहे हैं. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि वर्तमान सरकार के विधायक ही लगातार सरकार को आइना दिखाने का काम करते हैं. उन्होंने कहा कि यह सरकार अंतर्कलह के कारण ही गिरेगी. इसे गिराने के लिए बीजेपी को मशक्कत करने की जरूरत नहीं है.
जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे के अनुसार, सरकार बनाने के साथ ही इस सरकार को अपदस्थ करने की साजिश रची जा रही है, जिस कारण पहले कोतवाली में मामला दर्ज हुआ और अब धुर्वा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि रवि केजरीवाल और अशोक अग्रवाल मोहरा हैं, साजिश के पीछे सीधे तौर पर बीजेपी का हाथ है.
झामुमो विधायक रामदास सोरेन ने प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने पार्टी से निष्कासित पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल और पार्टी के पूर्व नेता अशोक अग्रवाल पर पैसे का प्रलोभन देकर सरकार को अपदस्थ करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है. रामदास सोरेन ने यह भी कहा है कि उन्हें बिजेपी की सरकार में मंत्री पद देने का भी ऑफर दिया गया था. रामदास सोरेन के अनुसार, उनके घर पर रवि केजरीवाल और अशोक अग्रवाल ने आकर यह ऑफर दिया था. रामदास सोरेन ने दावा किया है कि रवि केजरीवाल उनसे फोन द्वारा भी लगातार संपर्क कर रहे थे.