झाबुआ में शनिवार को लोकायुक्त पुलिस ने सहकारी बैंक के जनरल मैनेजर डीआर सरोठिया को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। सरोठिया ये रिश्वत फसल बीमा राशि मंजूर करने के लिए ले रहे थे। इसके लिए उन्होंने 3 लाख रुपए मांगे थे। इसमें से डेढ़ लाख रुपए वह पहले ही ले चुके थे। वहीं, मंदसौर जिले के संधारा में भी बैंक मैनेजर को 25 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया है।
जिला सहकारी बैंक रामा ब्रांच मैनेजर वेलसिह पलासिया ने 2 सितंबर को लोकायुक्त एसपी एसएस सव्यसाची को शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि सरोठिया रामा ब्रांच के अधीन आने वाली तीन सोसायटी (कालीदेवी, माछलिया, उमरकोट) के करीब 180 किसानों की बीमा राशि मंजूरी के लिए पोर्टल पर ऑनलाइन एंट्री की जानी है। इसमें से उसने 137 किसानों की राशि मंजूर कर पोर्टल पर अपलोड करने के एवज में 3 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी, जिसमें से डेढ़ लाख रुपए आरोपी ने 19 अगस्त को दबाव बनाकर ले लिए और अब बाकी डेढ़ लाख रुपए की मांग की जा रही है।
मामले में एसपी ने आरोपी को पकड़ने के लिए डीएसपी आनंद यादव, एसएस यादव व टीआई राहुल गजभिये की एक टीम बनाई। इधर, सरोठिया ने वेलसिंह को शनिवार दोपहर करीब 12.30 बजे डेढ़ लाख रुपए लेकर अपने झाबुआ स्थित सरकारी क्वार्टर पर बुलाया। इस पर वेलसिंह वहां गए और उसे डेढ़ लाख रुपए दिए, तभी बाहर सक्रिय लोकायुक्त टीम अंदर पहुंची और उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा-7 के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
इधर, मंदसौर में भी सेंट्रल बैंक मैनेजर 25 हजार की घूस लेते पकड़ाए
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा संधारा के मैनेजर हनुमान बेरवा को लोकायुक्त ने शनिवार को 25 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा है। संधारा के रहने वाले चंद्रशेखर नागर ने 31 अगस्त को लोकायुक्त एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान से शिकायत की थी। बताया गया, हनुमान बेरवा ने उसके चाचा मुकेश नागर के खाते में बचे रुपए निकालने के लिए और उनकी खाद-बीज की दुकान की क्रेडिट लिमिट बनाने के लिए 40 हजार रुपए मांगे। योजना के तहत लोकायुक्त की टीम बैंक में पहुंची और फरियादी को अंदर भेजा। जैसे ही, उसने रुपए दिए, टीम ने उसे पकड़ लिया।