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रेलवे की टावर वैगन को लोगों ने धक्‍का लगाकर दूसरी ट्रैक पर लाया

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 मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के टिमरनी स्टेशन पर अजीबो-गरीब वाकया हुआ. यहां लोगों को ट्रेन को धक्का लगाकर दूसरे ट्रैक पर ले जाना पड़ा. इस बीच किसी ने इस घटना का वीडियो बना लिया. यह वीडियो अब वायरल हो गया है. घटना इटारसी-हरदा के बीच आने वाले टिमरनी स्टेशन के पास की है. टिमरनी स्टेशन पश्चिम-मध्य रेलवे जोन के भोपाल मंडल के अंतर्गत आता है. इस काम के लिए 40 से ज्यादा लोगों का इस्तेमाल किया गया.

दरअसल, टिमरनी स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक और इलेक्ट्रिक लाइन का मेंटनेंस करने वाली टावर वैगन में शनिवार दोपहर करीब 1:30 बजे अचानक खराबी आ गई. वैगन केवल आगे जा पा रही थी. तकनीकी खराबी की वजह से पीछे नहीं जा पा रही थी. इस बीच ट्रैक पर दोपहर 1.45बजे इटारसी की ओर से 01062 पवन एक्सप्रेस भी आ गई. उसे एक किलोमीटर दूर खड़ा किया गया. आनन-फानन में मालगाड़ी में सामान ढो रहे मजदूरों को बुलाया गया और वैगन को धक्का देकर ट्रैक से हटाया गया. पवन एक्सप्रेस को 4.45 बजे के बाद रवाना किया जा सका.

उत्तर मध्य रेलवे के झांसी-कानपुर रेलमार्ग (Jhansi-Kanpur Rail Root) पर इन दिनों बदमाश एक के बाद एक कई ट्रेनों में लूटपाट (Loot) कर रहे हैं. अब उरई सरसौखी के बाद बदमाशों ने मंगलवार (26 अगस्त) को पुष्पक एक्सप्रेस (Pushpak Express) में लूटपाट की. यात्रियों ने भोपाल पहुंचकर इसकी शिकायत दर्ज कराई . इसके पहले मंगलवार को लखनऊ से झांसी की ओर आ रही पुष्पक एक्सप्रेस. में लुटेरों ने लूटपाट की थी. बदमाशों ने पारीछा होम सिग्नल पर गीली मिट्टी से लिपटा कपड़ा बांधकर ग्रीन सिग्नल छुपा दिया था. . सिग्नल न मिलने के कारण चालक ने ट्रेन रोक दी थी . बदमाशों ने स्लीपर व जनरल कोचों की खिड़कियां से हाथ डालकर यात्रियों का कीमती सामन लूटना शुरू कर दिया. इससे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई.

आरोप- आरपीएफ, जीआरपी पर वारदात को छुपाने का आरोप
बदमाशों ने कोच एस-9 की बर्थ नम्बर 12 पर सफर कर रही महिला यात्री माधुरी चौधरी के कान का झुमका छीन लिया. कई यात्रियों का सामान लूट लिया गया. शोर होने पर बदमाश मौके से भाग गए. इधर चालक की सूचना पर पारीछा स्टॉफ मौके पर पहुंचा और सिग्नल सुधारने के बाद ट्रेन को आगे रवाना कर दिया.

आरोप है कि ट्रेन जब झांसी रेलवे स्टेशन पहुंची तो आरपीएफ और जीआरपी ने इस घटना को दबाने का प्रयास करना शुरू कर दिया. लेकिन पीड़ित यात्री नहीं माने और उन्होंने भोपाल जाकर इसकी शिकायत दर्ज कराई. और तब यह वारदात उजागर हुई .