राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur) में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुये नकली नोट (Counterfeit notes) बनाने वाली गैंग का खुलासा किया है. जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने यह कार्रवाई बैनाड़ रोड पर बने एक घर पर की है. पुलिस ने यहां से नकली नोट बनाने के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और उसके दो साथियों को भी पकड़ा है.
आरोपी के कब्जे से एक लैपटाप, तीन प्रिन्टर, थ्रेडिंग पेपर, 200 रुपये का नकली नोट, पेपर और नकली नोट बनाने के उपकरण बरामद किये हैं. पकड़ा गया आरोपी राहुल सिंह तंवर महज 12वीं तक पढ़ा लिखा है. उसने पूर्व में जयपुर में कालवाड़ रोड पर कैफे खोल रखा था. उसके बाद उसने नकली नोट बनाने का काला कारोबार शुरू किया.
आरोपी नकली नोट बनाकर बाजार में चलाता था
पुलिस के अनुसार क्राइम ब्रांच की टीम को खुफिया सूचना मिली थी कि जयपुर के हरमाड़ा इलाके में रहने वाला राहुल सिंह तंवर अपने मकान में अपने साथियों और भाई के साथ मिलकर नकली नोट बनाकर बाजार में चलाता है. इस सूचना पर पुलिस ने छापामार कर कार्रवाई करते हुए बैनाड़ रोड निवासी राहुल सिंह तंवर के कब्जे से 200 रुपये का एक नकली नोट और नोट बनाने के उपकरणों में शामिल दो कलर प्रिंटर, एक साधारण प्रिंटर, एक लैपटॉप, सीपीयू, केबल, एक बैट्री चार्ज बॉक्स और सामग्री जब्त कर ली. राहुल के खिलाफ अलग- अलग गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
200 और 50 रुपये के नकली नोट थड़ी ठेले वालों को थमाये
आरोपी राहुल सिंह तंवर से हुई पूछताछ के बाद उसका इस काम के साथ देने वाले आरोपी सिंगारा सिंह उर्फ कुलदीप सिंह सरदार और कृष्ण सिंह को भी पकड़ा गया है. राहुल ने पुलिस को बताया कि फर्नीचर का काम कराने के दौरान उसकी पहचान सिंगारा सिंह उर्फ कुलदीप सिंह सरदार और कृष्ण सिंह से हुई. उन्होंने उसे नकली नोट बनाने का तरीका बताया और कहा कि इससे अच्छी कमाई कर सकते हैं. उसके बाद राहुल सिंह ने अपने बड़े भाई संजय सिंह और सिंगारा सिंह उर्फ कुलदीप सिंह सरदार तथा कृष्ण सिंह के साथ मिलकर खुद के मकान में ही छत पर बने कमरे में नकली नोट बनाने का काम शुरू किया. आरोपी ने बताया कि उनके द्वारा 200 और 50 रुपये के नकली नोट बनाकर बाजार में थड़ी ठेले वालों को सामान के बदले में सप्लाई किये गये हैं.