यातायात पर नजर रखने और पुलिस को तुरंत कार्रवाई करने के लिये शहर में 88 कैमरे विभिन्न चौराहों में लगाये गये थे और दावा यह किया गया था कि उच्च क्षमता के इन हाईटेक कैमरों से दो किलोमीटर दूर तक स्थित प्रत्येक घटना व व्यक्ति का चित्र प्राप्त होगा। इसके साथ ही यह भी दावा किया गया था कि इन कैमरों का संबंध पुलिस के कंट्रोल रूम से होगा और कैमरों से शहर के सभी चौराहों सहित सड़क पर होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जायेगी। लेकिन ऐसा हो नहीं सका है। कैमरे अपना कार्य नहीं कर पा रहे हैं। इसके साथ ही रात्रि में चोरों की आमदफ्त धड़ल्ले से आज भी हो रही है। लेकिन इसकी जानकारी कैमरों से पुलिस को प्राप्त नहीं हो पाती है।
उल्लेखनीय है कि गत सप्ताह ही स्थानीय दंतेश्वरी वार्ड सक्सेस कान्वेंट के सामने प्राचार्य की स्कुटी से करीब एक लाख 88 हजार पार हो गये। लेकिन इसकी जानकारी प्राचार्य को उस समय लगी जब उन्होंने अपने स्कुटर की डिक्की को खुला पाया और उसमें से रकम से भरा बैग गायब था। पुलिस ने इस संबंध में यह दावा किया था कि आधुनिक कैमरों से 24 घंटे शहर में निगरानी रखी जायेगी। पुलिस को इसकी जानकारी प्राचार्य द्वारा रिपोर्ट किये जाने के बाद भी लगी। इस संबंध में पुलिस सूत्रों ने बताया कि आगामी कुछ समय के बाद 112 डायल स्कीम के लिये कंट्रोल रूम को आधुनिक किया जा रहा है। इसीलिए कई दिनों से यहां पर लगे मास्टर स्क्रीन हटा दिये गये हैं। जिससे सीसी कैमरों से निगरानी फिलहाल नहीं हो रही है। जैसे ही सुधार का कार्य पूरा हो जायेगा, कैमरों से निगरानी की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। इस चोरी के मामलें में चौक पर लगे स्थित कैमरों से डायरेक्ट फुटेज लेकर जानकारी प्राप्त की जा रही है।