पूर्वोत्तर राज्यों का गेटवे कहलाता है असम। यह अपने चाय बागानों, फूल, वनस्पति, दुर्लभ नस्ल के गैंडों और यहां मनाए जाने वाले पर्वों, विशेष रूप से बिहू के लिए जाना जाता है। दर्शनीय स्थलों में सब से पहले नाम काजीरंगा नेशनल पार्क का आता है। यहां के मुख्य आकर्षण एशियाई हाथी और एक सींगवाले गैंडे हैं।
इसके अलावा बाघ, बारहसिंगा, बाइसन, वनबिलाव, हिरण, सुनहरा लंगूर, जंगली भैंस, गौर और रंगबिरंगे पक्षी भी यहां के आकर्षण हैं, इसीलिए यह बर्ड्स पैराडाइज भी कहलाता है। नेशनल पार्क में हर तरफ घने पेड़ों के अलावा पेड़ों जितनी लंबाई वाली एक खास किस्म की घास यहां पाई जाती है। घास ऐसी कि इस के झुरमुट में हाथी भी छिप जाएं।
चाय, तेल व प्राकृतिक गैस के लिए प्रसिद्ध है शिवसागर
गुवाहाटी से 369 किलोमीटर की दूरी पर शिवसागर है। चाय, तेल व प्राकृतिक गैस के लिए शिवसागर प्रसिद्ध है। यहां के दर्शनीय स्थलों में बोटैनिकल गार्डन, तारामंडल, ब्रह्मपुत्र पर सरायघाट पुल, बुरफुकना पार्क और साइंस म्यूजियम हैं। मानस नेशनल पार्क की भी गिनती असम के दर्शनीय स्थलों में होती है।
आने का सबसे खास समय
वैसे असम तो हम हर महीने में आ सकते हैं। लेकिन असम के काजीरंगा में जाने का सब से बेहतर समय नवंबर से ले कर अप्रैल तक है।