इस साल की नाग पंचमी वृष राशि और वृश्चिक राशि वालों के लिए बेहद खास है. इस दिन पूजा करने पर सर्प काल दोष से मुक्ति मिलती है. मान्यता है कि नाग पंचमी पर की जाने वाली पूजा से राहु केतु से बनने वाले दोष और अशुभता से राहत मिलती है. ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को पाप ग्रहों में स्थान दिया गया है. ये दोनों ग्रह अशुभ फल देते है. इन दोनों ग्रहों के अशुभ फल से व्यक्ति के जीवन में हर प्रकार की परेशानिया जन्म लेने लगती है. सेहत, धन, शिक्षा, करियर, दांपत्य जीवन, लव रिलेशन और व्यापार से जुड़ी समस्याएं घेर लेती हैं. इस बार नाग पंचमी पर राहु और केतु की पूजा का विशेष योग बन रहा है.
इस दिन है नाग पंचमी
नाग पंचमी का पर्व सावन के महीने में मनाया जाता है. पंचांग के अनुसार सावन का महीना 25 जुलाई 2021 दिन रविवार से शुरू होने जा रहा है और 22 अगस्त को समाप्त होगा. सावन महीने में भगवान शिव की पूजा की जाती है. वहीं, नाग पंचमी का पर्व 13 अगस्त 2021 को है. नाग पंचमी श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाएगा. इस दिन नाग देव के साथ भगवान शिव की पूजा और रूद्राभिषेक की जाती है. इस दिन नाग देवता की पूजा करने से कालसर्प दोष और राहु केतु की अशुभता दूर होती है.
राहु-केतु की शांति का करें उपाय
नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा करने से कालसर्प, ग्रहण योग, गुरु चंडाल योग, जड़त्व योग आदि को दोष दूर करने में मदद मिलती है. ये सभी योग राहु और केतु के सहयोग से बनते हैं. जिन लोगों की जन्म कुंडली में कालसर्प दोष है, उन्हे इस दिन नाग देवता की पूजा करने से लाभ मिलता है. मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने कालिया नाग का अहंकार तोड़ा था. नाग पंचमी के पर्व नाग देव को दूध से स्नान कराया जाता है.
नाग पंचमी, शुभ मुहूर्त
नाग पंचमी पर्व 13 अगस्त 2021
पंचमी तिथि प्रारम्भ 12 अगस्त 2021 की दोपहर 03 बजकर 24 मिनट पर
पंचमी तिथि समापन 13 अगस्त 2021 की दोपहर 01 बजकर 42 मिनट पर
नाग पंचमी पूजा मुहूर्त 13 अगस्त 2021 की सुबह 05 बजकर 49 मिनट से 08 बजकर 28 मिनट तक
मुहूर्त की अवधि 02 घण्टे 39 मिनट