इस्राइली सॉफ्टवेयर पेगासस से 300 भारतीयों की कथित जासूसी को लेकर गुरुवार को भी संसद में जमकर हंगामा हुआ। गुरुवार जब आईटी मंत्री अश्वनी वैष्णव इस मामले पर बयान देने के लिए उठे तो तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। तभी इन सांसदों ने पन्ने भी फाड़े। वे सभापति के आसन के पास एकत्रित होकर शोर मताते रहे। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक स्थगित कर दी गई।
भारी हंगामे के कारण वैष्णव को बयान देने में कठिनाई हुई और उन्हें यह सदन के पटल पर रखना पड़ा। दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई उपसभापति हरिवंश ने बयान देने के लिए वैष्णव का नाम पुकारा। विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। वैष्णव ने बयान की शुरुआत की ही थी कि हंगामा और तेज हो गया। हंगामे के कारण उनकी बात नहीं सुनी जा सकी। उपसभापति ने विपक्षी दलों के रवैये को ‘असंसदीय’ करार दिया और केंद्रीय मंत्री से बयान को सदन के पटल पर रखने का आग्रह किया।