उन्नाव में पूर्व मंत्री दिवंगत मनोहर लाल की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व शिरकत करने आए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बस रूपी रथ पर सवार होकर पहुंचे। उन्होंने जिले से एक बार फिर चुनावी शंखनाद किया है। 2021 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने इसी तरह रथ यात्रा निकालकर जिले से चुनाव का श्रीगणेश किया था। उस चुनाव में सपा को जनता का पूरा समर्थन मिला था और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने थे। 2022 में फिर विधानसभा चुनाव होने हैं। सभी राजनीतिक दल इसकी तैयारी में जुट गए हैं। ऐसे में पूर्व पशुधन मंत्री दिवंगत मनोहर लाल की जयंती कार्यक्रम में अखिलेश के रथ से आने के कई मायने निकाले जा रहे हैं। अखिलेश का यह कदम एक सोची समझी चुनावी रणनीति का हिस्सा है। सपा के लिए जिला हमेशा ही लकी रहा है। अखिलेश किसी भी प्रकार का चुनावी मौका छोड़ना नहीं चाहते हैं। उन्होंने बुधवार को जनता की नब्ज टटोलने का प्रयास किया। वहीं रथ से आने पर सफलता मिलने के पूर्व के टोटके को भी आजमाने की कोशिश की है।



न तो किसानों की आय दोगुनी हुई और न मिला रोजगार
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में न तो किसानों की आय दोगुनी हुई और न ही नौजवानों को रोजगार मिल पाया है। उन्होंने चुटकी लेते हुए यह भी कहा कि बाबा मुख्यमंत्री न लैपटॉप चला पाते हैं और न ही बिजली कारखानों की जानकारी रखते हैं। यही कारण है कि प्रदेश में नए बिजली उत्पादन प्लांट नहीं लग पाए।
इस कारण आम जनता को महंगी बिजली का भुगतान करना पड़ रहा है। पूर्व पशुधन मंत्री दिवंगत मनोहर लाल की जयंती पर सरोसी में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने आए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपाई सत्ता में आने पर उद्योगपतियों के लिए काम करते हैं। गरीबों का पैसा छीनकर उद्योगपतियों को देते हैं और फिर उद्योगपति विदेश भाग जाते हैं।
भाजपाइयों ने मास्क लगवाकर हमारे मुंह और कान बंद करा दिए हैं। भाजपा सरकार को कौन सी बीमारी है जो उसने अपने कान और आंख बंद कर रखे है। उसे गरीबों की आवाज नहीं सुनाई पड़ रही है। कालेधन पर केंद्र सरकार को घेरते हुए अखिलेश ने कहा कि जिला पंचायत ब्लाक प्रमुख चुनाव में सबसे ज्यादा इसका प्रयोग किया गया। हमारे 19 जिला पंचायत सदस्यों का वोट कैसे लिया गया यह सभी जानते हैं।
उन्होंने दावा किया कि सपा शासनकाल में बाढ़ से कटान रोकने के लिए 133 करोड़ रुपये दिए थे। सरकार बदलते ही भाजपा ने पैसा वापस ले लिया। यदि प्रदेश में सपा की सरकार बनेगी तो सूबे को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। भाजपा सरकार विकास कार्यों में कभी सपा की बराबरी नहीं कर सकेगी। उन्होंने जासूसी कांड और पत्रकार से मारपीट पर भी चुटकी ली।