अगरतला।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने आरोप लगाया है कि बच्चा उठाने वालों के नाम पर राज्य में जानलेवा हमलों के पीछे राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का हाथ है। माकपा ने एक बयान में कहा कि पश्चिम त्रिपुरा जिले में 26 जून को एक 11 साल के छात्र की निर्दयता से हत्या कर दी गई। इस पर पार्टी ने बयान में कहा है, भाजपा के राज्य सरकार के एक मंत्री ने आरोप लगाया कि बच्चे के दोनों गुर्दे अवैध मानव अंग व्यापार के लिए निकाल लिए गए थे, जिससे दहशत व डर फैल गया। लेकिन, पुलिस महानिदेशक ने कहा कि दोनों गुर्दे शरीर में पाए गए।
त्रिपुरा मे माकपा कार्यालय पर हाे रहे हमले
बयान में कहा गया, बीते दस साल से त्रिपुरा में व्यापार कर रहे तीन मुस्लिम फेरी वालों पर 28 जून बच्चा उठाने वाला बताकर हमला किया गया। इसमें से एक की हत्या हो गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल होने की वजह से अस्पताल में भर्ती है। पार्टी ने कहा है, इसके बाद माकपा पर हिंसा को उकसाने के नकली बहाने से निशाना साधा जा रहा है। इस इलाके के माकपा कार्यकर्ताओं के घरों व कार्यालय पर हमले हो रहे हैं और गंभीर रूप से घायल होने के कारण माकपा दैनिक का संवाददाता अस्पताल में भर्ती है।
इंटरनेट व सोशल मीडिया पर बैन
इसमें कहा गया, अब तक चार निर्दोष जानें जा चुकी हैं। भाजपा सरकार ने लोगों तक हिंसक हमलों की सूचना को पहुंचने से रोकने के लिए इंटरनेट व सोशल मीडिया को 48 घंटों तक बंद कर दिया।माकपा ने कहा, आशंका तेज हो रही है कि इस तरह के हमले बढ़ेंगे। यह राज्य सरकार का संवैधानिक दायित्व है कि निर्दोष लोगों की सुरक्षा के साथ कानून व व्यवस्था कायम रखा जाए और दोषियों को सजा दी जाए। इसके बजाय भाजपा की राज्य सरकार इस तरह की निजी सेनाओं को संरक्षण दे रही है।