गणतंत्र दिवस पर लाल किले में हुई हिंसा के मामले में कथित प्रमुख षड्यंत्रकर्ता दीप सिद्धू और अन्य कई आरोपी सोमवार को दिल्ली की एक अदालत में पेश हुए। अभिनेता सिद्धू और अन्य आरोपी वीडियो कॉन्फ्रेंस से मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट गजेंद्र सिंह नागर के समक्ष पेश हुए। मोहिंदर सिंह खालसा नामक आरोपी ने चिकित्सा कारणों से पेशी से छूट की अर्जी दी थी जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया। मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने पुलिस को निर्देश दिया कि सभी आरोपियों को पूरक आरोपपत्र मुहैया कराया जाए। अगली सुनवाई 22 जुलाई को होगी।
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले कई महीने से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकाली थी और बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी लाल किले में घुस गए थे। उन्होंने लाल किले की प्राचीर पर धार्मिक झंडा भी फहराया। इस दौरान पुलिसकर्मियों के साथ उनकी झड़प हो गई। दिल्ली पुलिस के अनुसार उनके पास इस बात के इलेक्ट्रॉनिक सबूत हैं कि सिद्धू ने लाठी और झंडे लिए अपने समर्थकों के साथ लाल किले में प्रवेश किया था और हिंसा को बढ़ावा दिया। सिद्धू को दो महीने से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद 17 अप्रैल को जमानत पर रिहा किया गया था।