रायपुर । Corruption In DKS Hospital: स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने डीकेएस अस्पताल में हुई अनियमितता के मामले की जांच कराने की बात कही है। बता दें कि डीकेएस अस्पताल निर्माण के दौरान करीब 61 करोड़ रुपये के उपकरण सीजीएमएससी के माध्यम से खरीदे गए थे। मगर, इसकी प्रशासकीय स्वीकृति नहीं ली गई थी। इसके साथ ही अस्पताल के लिए बैंक से 64 करोड़ रुपये का लोन लिया गया था। इस राशि के खर्च में भी कई तरह की अनियमितताएं होने की बात की गई थी। कांग्रेस की सरकार आने के बाद डीकेएस अस्पताल में हुए अनियमितता और भ्रष्टाचार को लेकर जांच समिति बैठाई गई, लेकिन अब तक जांच पूरी नहीं हुई है।
यह मामले पूर्व अधीक्षक डॉक्टर पुनीत गुप्ता के कार्यकाल के हैं। जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस की सरकार आने के बाद उनपर करीब 50 करोड़ रुपये के गबन के मामले दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि प्रदेशभर में 100 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पांच आक्सीजन कंसनट्रेटर की व्यवस्था होगी। जिला अस्पतालों में 30 ऑक्सीजन बिस्तर की व्यवस्था, सभी मेडिकल कॉलेजों में आईसीयू के 100 बिस्तर, 20 शिशु आईसीयू समेत अन्य व्यवस्था को जल्द से जल्द पूरा करने की बात कही है।
22 करोड़ के पैट स्कैन मशीन की खरीदी में अनियमिता
मिली जानकारी के मुताबिक आंबेडकर अस्पताल में 22 करोड़ रुपये की लागत से कैंसर रोगियों के इलाज के लिए पैट सीटी स्कैन मशीन और गामा कैमरा की खरीदी की गई थी। इसके लिए भी अस्पताल प्रबंधन की तरफ से प्रशासनिक स्वीकृति नहीं ली गई थी। अब विवाद की वजह से आंबेडकर अस्पताल में करोड़ों रुपये के मशीन दो वर्षों से धूल खा रही हैं।