छत्तीसगढ़ में साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होना है. प्रदेश में सत्ता की कुर्सी पाने के लिए आदिवासी मतदाताओं को साधना जरुरी है, लेकिन वर्तमान में आदिवासी भाजपा सरकार से नाराज चल रहे हैं. आदिवासियों की नाराजगी की वजह और उसे दूर करने को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने रायपुर में दो दिवसीय मंथन किया.
रायपुर के निमोरा में वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा 19 व 20 जून को आयोजित चिंतन शिविर में संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित कई दिग्गज शामिल हुए. छत्तीसगढ़ में बीते महीनों हुई पत्थलगड़ी की घटना चिंतन शिविर में छाई रही. इसके पीछे विशेष समुदाय की साजिश को कारण बताया गया.
हालाकि संघ आदिवासियों की नारजगी को समय रहते दूर करने की बात कह रहा है. संघ प्रचारक कृपा प्रसाद सिंह ने बताया कि शिविर में देश के 11 करोड़ आदिवासियों तक सरकार की योजना का लाभ पहुंचाने पर चर्चा की गई. इसके अलावा कई योजनाएं लागू होने के बाद भी आदिवासियों तक न पहुंच पाने के कारणों को भी जाना गया.