उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida) में 14 किलो सोना और 70 लाख रुपये बरामद करने मामले में पुलिस की जांच में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी सोसायटी के टावर-5 के फ्लैट नंबर -301 से उसकी चोरी किया गया था. बरामदगी के एक सप्ताह बाद बीते गुरुवार को पुलिस ने इस फ्लैट का पता निकाल लिया. पुलिस का दावा है कि राममणि पांडेय ने अपने घरेलू योगा टीचर कृष्ण मुरारी सिंह के नाम पर इस फ्लैट को किराए पर लिया था. इसके बाद मामले में बिहार कनेक्शन सामने आया है.
पुलिस की टीम ने योगा टीचर कृष्ण मुरारी सिंह को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में पता चला कि कृष्ण मुरारी सिंह मूलरूप से बिहार के आरा के रहने वाले है. उसके पिछले पांच सालों से राममणि पांडेय से संबंध हैं. राममणि ने कृष्ण मुरारी के नाम पर ही इस फ्लैट को फरवरी-मार्च 2020 में किराए पर लिया था.
सोना और कैश किसका?
पुलिस के मुताबिक फ्लैट सुदेश यादव नामक शख्स का है. बताया जाता है कि इस सोसायटी में कृष्ण मुरारी सिंह ने एक और फ्लैट किराए पर लिया हुआ है. पुलिस कृष्ण मुरारी सिंह से लगातार पूछताछ कर रही है. चोरी हुआ सोना और कैश किसका था, किस माध्यम से चोरी हुआ और किसने कैसे चोरी किया, इन बिंदुओं पर जांच की जा रही है. नोएडा पुलिस बिहार पुलिस से भी संपर्क कर रही है. ताकि मुरारी के बारे में और जानकारी जुटाई जा सके.
मास्टर माइंड की तलाश
पुलिस सूत्रों के मुताबिक करोड़ों की चोरी के मास्टरमाइंड गोपाल की आखिरी लोकेशन उसके गांव कोतवालपुर गाजियाबाद में ही मिली है. इसके बाद से लगातार उसका फोन बंद आ रहा है. आशंका जताई है जा रही है कि वह नेपाल की ओर भाग सकता है. चोरों ने बरामद सोना और कैश किसलय पांडेय और उसके पिता राममणि पांडेय का बताया है, लेकिन किसलय ने यह सोना और कैश अपना होने से पूरी तरह से इनकार कर दिया है. पुलिस सूत्रों का दावा है कि इनकम टैक्स की टीम सोना और कैश का कनेक्शन खंगालने में जुटी है. सोना और कैश जिसका होगा उसके खिलाफ इनकम टैक्स शिकायत देगा, जिसके बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी.