बिलासपुर। अंबिकापुर में पूर्ववर्ती भाजपा शासनकाल में बजट का अभाव बताकर सेवा से हटाए गए ग्राम पंचायतों के कंप्यूटर ऑपरेटरों को दोबारा काम पर लेने को लेकर पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री टी एस सिंह देव ने स्पष्ट कर दिया है कि सरकार फिलहाल इस स्थिति में नहीं है कि कंप्यूटर ऑपरेटरों को सेवा का अवसर दिया जा सके।उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस बजट में संभावना बिल्कुल भी नहीं है।
दरअसल कंप्यूटर ऑपरेटर संघ के प्रतिनिधि मंडल ने सेवा में दोबारा लिए जाने की मांग को लेकर पंचायत मंत्री टी एस सिंह देव से मुलाकात की। कंप्यूटर ऑपरेटरों ने कहा कि छत्तीसगढ; में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद उन्हें दोबारा सेवा में लिए जाने की उम्मीद है। लगभग दो साल उन्होंने इंतजार किया इसलिए अब पंचायत मंत्री से मुलाकात करने आए हैं।
कंप्यूटर ऑपरेटरों द्वारा चर्चा के दौरान दोबारा सेवा में लिए जाने की मांग पर पंचायत मंत्री टी एस सिंह देव ने स्पष्ट किया कि कंप्यूटर ऑपरेटर ही नहीं बल्कि पंचायत सचिव, विद्या मितान, प्रेरक, रसोईया, सफाई कर्मचारी, मितानिन सभी के विषय में निर्णय लेना है।किसी एक के विषय मे निर्णय लेने पर दूसरे भी सामने आएंगे इसलिए आप सभी लोगों का काम करना है। आप लोगों का काम होगा तो हमें भी खुशी होगी। कंप्यूटर ऑपरेटरों द्वारा यह कहे जाने पर कि हमारा ख्याल रखिएगा के जवाब में कहा कि आप सभी ने यहां बैठाया है।
आप लोगों को कैसे भूल सकते है।उन्होंने कहा कि अगली बार फिर आप लोगों के पास मदद लेने जाना है।यदि काम नहीं कर पाए तो मदद मांगने भी नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि कर्मचारियों की लंबित मांग पूरी नहीं हो सकती लेकिन अभी परिस्थितियां उस अनुरूप नहीं है। सरकार घोषणा पत्र के अनुरूप अपने वादों को पूरा करने में लगी हुई है फिलहाल सरकार के पास यह स्थिति नहीं है।
सरकार के पास पैसे नहीं है इसलिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।मालूम हो कि पूर्ववर्ती भाजपा शासनकाल में ग्राम पंचायतों में कंप्यूटर ऑपरेटरों की नियुक्ति की गई थी।लगभग डेढ़ वर्ष तक इन्होंने सरकारी कामकाज किया था लेकिन फंड का अभाव बताकर सभी को सेवा से निकाल दिया गया था।