मध्यप्रदेश। आदिवासी बहुल जिला डिंडौरी में एक महिला नारी सशक्तिकरण की मिसाल पेश कर रही है।
आज के दौर में निराश हो चुकी महिलाओं को महिला सशक्तिकरण का पैगाम दे रही है। सरोज 17 वर्षों से यात्री बसों में कंडक्टर के रूप में सेवाएं दे रही हैं।
कम उम्र में ही कई मुसीबतों को झेलकर भी हार नहीं मानी. सबसे पहले बस स्टेंड में अंडे की दुकान खोली. बेहतर कमाई न होने पर बसों में कंडक्टर की नौकरी कर ली, जिसे वो बखूबी निभा रही हैं।
उनके इस कार्य को देखकर जिले के अधिकारी सरकारी मदद और सम्मानित करने की बातें कह रहे हैं।