केशकाल। केशकाल गैंगरेप और सुसाइड केस में आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बाद अब परिजनों और आदिवासी समाज ने सभी को फांसी देने की मांग की है। समाज ने पीड़ित परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी देने की मांग सरकार से की है।
इसके बाद प्रशासन अलर्ट हुआ है और अब कार्रवाई हो रही है। सामूहिक दुष्कर्म और पीड़िता के सुसाइड मामले को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान में लिया है। वहीं पांच दिनों के बाद आज मृतक के माता पिता अपनी बेटी को खोने का दर्द बयां किया।
आदिवासी समाज ने भी परिजनों से मुलाकात की। समाज के पदाधिकारियों ने मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग की है। वहीं कोर्ट से सभी आरोपियों को फांसी देने की मांग की है। बत दें कि गैंगरेप और सुसाइड केस में पुलिस ने तत्कालीन थाना प्रभारी रमेश शोरी को सस्पेंड किया है। ये कार्रवाई मामले की जानकारी सीनियर अधिकारियों को नहीं देने पर की गई है। कोंडागांव एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने ये कार्रवाई की है।
7 लोगों ने वारदात को दिया अंजाम
दो महीने पूर्व शादी समारोह में गई युवती को 7 युवक उठा ले गए थे, जंगल में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया, उसके बाद पीड़िता ने आत्महत्या कर ली थी। वहीं मामले का खुलासा तब हुआ तब पीड़िता के पिता ने जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश की। फिलहाल अब दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है।