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नशे का कारोबार चल रहा है तो आईजी को उनके मोबाईल नंबर पर दें सूचना….

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सरगुजा पुलिस रेंज में मादक पदार्थों की अवैध बिक्री पर प्रभावी तरीके से रोकथाम के लिए सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी ने अपना मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया है। उन्होंने सरगुजा संभाग की जनता से अपील की है कि संभाग के किसी भी जिले में मादक पदार्थों की बिक्री करने वाले व्यक्तियों के संबंध में मोबाइल के जरिए संदेश भेज कर लोग समाज सेवा में योगदान दे सकते हैं। आईजी डांगी ने लोगों को आश्वस्त किया है कि उनकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी।

आईजी डांगी द्वारा मोबाइल नंबर 9479193500 को सार्वजनिक किए जाने के पीछे कई कारण है।उनकी मंशा नशे से युवाओं को दूर रख समाज व राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी को सुनिश्चित करना है। आईजी फिट इंडिया मूवमेंट के अलावा ग्रो द नेशन गाइड द यूथ अभियान चलाकर युवाओं को आगे बढ़ने लगातार प्रेरित कर रहे है ऐसे में मादक पदार्थों की लत में युवाओं का भविष्य बर्बाद न हो इसलिए आईजी इस कारोबार पर प्रभावी रोकथाम की कोशिश में लगे है। मादक पदार्थों की अवैध बिक्री के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं करने के आरोप में पिछले दिनों उन्होंने अंबिकापुर शहर के दोनों थानों के थाना प्रभारियों को लाइन अटैच कर दिया।

आईजी ने अंबिकापुर के गांधीनगर और कोतवाली थाने में पदस्थ एक-एक सहायक उपनिरीक्षक को जशपुर जिले के लिए रवानगी भी दे दी। पिछले कुछ समय से सरगुजा जिले में मादक पदार्थों की अवैध बिक्री के खिलाफ लगातार शिकायत सामने आने के बावजूद इस पर रोकथाम के लिए कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर कुछ पुलिसकर्मियों की संलिप्तता के आरोप भी लग रहे थे। चार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही के बाद आईजी ने अपना नंबर सार्वजनिक कर रेंज के सभी पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि उन तक शिकायत पहुंचने से पहले संबंधित थाना क्षेत्र के अधिकारी, कर्मचारी मादक पदार्थों की बिक्री करने वालों के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करें अन्यथा जांच के दायरे में वे भी फंसेंगे।

आईजी ने पहले ही रेंज के सभी पुलिस अधीक्षकों को आदेशित कर दिया है कि एक थाना क्षेत्र में मादक पदार्थों की अवैध बिक्री के खिलाफ कार्रवाई के लिए दूसरे थाना क्षेत्र के राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में भी समय-समय पर कार्रवाई होनी चाहिए ताकि संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस सजग होकर कार्य करें। बता दें कि तीन जिलों की सीमा से लगे सरगुजा संभाग में बड़े पैमाने पर मादक पदार्थों की तस्करी लंबे समय से होती रही है। यहां पड़ोसी राज्याें के कई सक्रिय गैंग इस कारोबार में लिप्त हैं। सरगुजा में दूसरे राज्यों से पहुंचने वाले मादक पदार्थ को पूरे छत्तीसगढ़ में खपाया जाता है।