दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा प्रशासन में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब अरनपुर क्वारंटाइन सेंटर से 23 मजदूर गायब हो गए. आंध्र प्रदेश से पैदल लौटे इन मजदूरों को 6 मई से अरनपुर के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था. इसके बाद 7 मई की सुबह अचानक वे गायब हो गए, जिनका पता अब तक प्रशासन को नहीं लग सका है. कोरोना के प्रभावित राज्य आन्ध्र प्रदेश से लौटे इन मजदूरों को लेकर प्रशासन सतर्कता बरतने का दावा कर रहा था, लेकिन इस बीच 7 मई की सुबह ही मजदूर क्वारंटाइन सेंटर से गायब हो गए.
दंतेवाड़ा एसडीएम प्रकाश भारद्वाज ने बताया कि अरनपुर के बाल आश्रम में आन्ध्र प्रदेश से लौटे मजदूरों को रखा गया था. सुबह मौका देखते ही ये सेंटर से गायब हो गए. इसकी सूचना अरनपुर पुलिस थाना प्रभारी पुरुषोत्तम ध्रुव को दी गई है. गायब मजदूर नहाड़ी गांव के रहने वाले थे. गांव के सरपंच व जन प्रतिनिधियों को भी सूचना दे दी गई है. 8 मई की सुबह तक वे गांव नहीं पहुंचे थे. पुलिस गायब मजदूरो की तलाश कर रही है. नक्सल प्रभावित गांव होने के कारण विशेष सतर्कता भी बरती जा रही है.
यहां प्रशासन ने की मदद
धमतरी के भटगांव में मध्यप्रदेश का रहने वाला एक मजदूर परिवार लॉक डाउन फंस गया था. बालाघाट के मून निवासी ये परिवार इट भट्ठी में काम करने के लिए यहां आया था. लॉकडाउन की वजह से इनके पैसे और भोजन खत्म होने के बाद समस्या उत्पन्न हो गई. इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गई. प्रशासन की एक टीम मौके पर पहुंची और मजदूर परिवार को राशन दिए. इसके साथ ही उनके रहने का इंतजाम भी करवाया. इस परिवार में 4 बच्चों समेत कुल 7 लोग हैं. बताया जा रहा है कि भट्ठी के ठेकेदार ने इन्हें अपने घर लौट जाने के लिये कह दिया था. :