इंदौर। देश की तीसरी प्राइवेट ट्रेन महाकाल एक्सप्रेस सप्ताह में तीन दिन चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। यह प्राइवेट ट्रेन इंदौर-लखनऊ-वाराणसी और इंदौर-इलाहाबाद-वाराणसी के बीच चलाने की योजना है। हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि किस दिन किस रूट से यह ट्रेन चलेगी। ट्रेन में हमसफर श्रेणी के कोच लगाए जाएंगे और इसका संचालन इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) करेगा। रेलवे इस ट्रेन को फरवरी के दूसरे पखवाड़े में चलाने की तैयारी कर रहा है। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इंदौर-उज्जैन प्रवास के दौरान दो ज्योतिर्लिंगों उज्जैन और वाराणसी को जोड़ने के लिए इस ट्रेन को शुरू करने का एलान किया था। सूत्रों ने बताया कि इंदौर से ट्रेन का संचालन गुरुवार, शनिवार और बुधवार, जबकि वाराणसी से बुधवार, गुरुवार और रविवार को हो सकता है। यह पहली निजी ट्रेन होगी, जो ओवरनाइट चलेगी और इसमें यात्री सो भी सकेंगे।
इसीलिए उक्त ट्रेन में हमसफर ट्रेन के कोच लगाने की तैयारी हो रही है। रेल मंत्रालय ने देशभर में 100 रूटों पर 150 निजी ट्रेन चलाने की योजना बनाई है। इसमें इंदौर-वाराणसी ट्रेन भी शामिल है। इसके अलावा इंदौर-दिल्ली और इंदौर-दानापुर रूट पर भी इसी तरह की निजी ट्रेन चलाने की योजना है।
दोपहर दो बजे चले और सुबह आठ बजे गंतव्य तक पहुंचे
नईदुनिया के सहयोगी प्रकाशन ‘जागरण’ से बातचीत में आईआरसीटीसी लखनऊ के अधिकारी अश्विनी श्रीवास्तव ने बताया कि अभी ट्रेन का शेड्यूल फाइनल नहीं हुआ है। ट्रेन का संचालन आईआरसीटीसी लखनऊ को करना है। रेलवे से ऐसा समय मांगा गया है कि ट्रेन दोनों दिशाओं में दोपहर दो बजे ओरिजनेटिंग स्टेशन से रवाना हो और अगले दिन सुबह आठ बजे तक गंतव्य तक पहुंच जाए। इस पर रेलवे को फैसला लेना है।
रेल प्रोजेक्टों को कितनी राशि मिली न सांसद को पता, न डीआरएम को
शनिवार को संसद में पेश हुए रेल बजट में मालवा-निमाड़ की रेल परियोजनाओं को कितनी राशि आवंटित हुई, इसकी अधिकृत जानकारी कोई नहीं दे सका। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इस बार बजट के साथ रेलवे की पिंक बुक नहीं दी गई, इसलिए यह पता नहीं चल सका कि किस प्रोजेक्ट को कितनी राशि आवंटित हुई है। रतलाम रेल मंडल के प्रबंधक (डीआरएम) विनीत गुप्ता ने भी ‘नईदुनिया’ को बताया कि मंडल में चल रही रेल परियोजनाओं को आवंटित राशि की जानकारी शनिवार को नहीं मिल पाई है। संभवतः सोमवार को इसका पता चलेगा।