रायपुर । छत्तीसगढ़ सरकार ने 1000 करोड़ रुपए का लोन लिया है। सरकार यह रकम 7.18 फीसद ब्याज दर के साथ 10 वर्ष में लौटाएगी। राज्य सरकार ने यह लोन रिजर्व बैंक आफ इंडिया (आरबीआइ) से लिया है। सरकार ने प्रतिभूति (बांड) के एवज हजार करोड़ के लोन के लिए तीन दिन पहले ही आरबीआई में आवेदन किया था। आरबीआई ने इस पर वित्तीय संस्थाओं से ऑनलाइन प्रस्ताव मांगा था। मंगलवार को टेंडर के माध्यम से इसका फैसला हुआ। मंगलवार को ही छत्तीसगढ़ के साथ ही 15 अन्य राज्यों ने भी कुल 18,170 करोड़ का लोन लिया है।
राज्य सरकार ने यह लोन राज्य में विकास कार्यों के लिए लिया है। इस एक हजार करोड़ के लोन के साथ चालू वित्तीय वर्ष में छत्तीसगढ़ का कर्ज भार बढ़कर करीब सात हजार करोड़ के करीब पहुंच गया है। इसमें से छह हजार करोड़ सरकार ने आरबीआई के माध्यम से लिया है, वहीं लगभग 1000 करोड़ नाबार्ड समेत अन्य बैंकों से लिया है।
मंगलवार को छत्तीसगढ़ समेत 16 राज्यों ने लोन लिया है। इनमें पंजाब ने 7.22 फीसद ब्याज दर छह सौ करोड़ का लोन लिया है, जो सबसे ज्यादा ब्याज दर है। वहीं, पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश को लोन 5.15 फीसद ब्याज दर पर मिला है, जो सबसे कम ब्याज दर है। इन दोनों राज्यों ने क्रमश: हजार और दो हजार करोड़ स्र्पये लोन लिया है। वित्त विभाग के अफसरों के अनुसार राज्य वित्तीय स्थिति और लोन की समय अवधि का असर ब्याज दर पर पड़ता है।