छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर जंगल में शुक्रवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई है। इस मुठभेड़ में डीअारजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप) के दो जवान घायल हो गए हैं। घायल जवानों को रेस्क्यू करने के लिए जगदलपुर से हेलीकॉप्टर भेजा गया था। इसके बाद अभी दोनों जवानों को वहां से सही सलामत निकाल लिया गया है। घायल जवानों को रायपुर रेफर किया जा रहा है। वहीं मौके पर अभी भी रुक-रुक कर लगातार दोनों ओर से फायरिंग जारी है। एसपी शलभ सिन्हा ने मुठभेड़ की पुष्टि की है।
जानकारी के मुताबिक, बीजापुर बॉर्डर पर नक्सलियों की बड़ी संख्या में होने की सूचना मिली थी। इस पर बुर्कापाल और िचंतनार थाने से गुरुवार रात को डीआरजी जवानों को सर्चिंग के लिए रवाना किया गया। जवान जैसे ही शुक्रवार दोपहर को सरहदी सीमा पर पहुंचे, पहले से घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस पर मोर्चा संभालते हुए जवानों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की जा रही है। इस फायरिंग में डीआरजी के दो जवान मुचाकी पोदिया और उइका कोसा घायल हो गए।
सूचना मिलने पर घायल जवानों को निकालने के लिए जगदलपुर से हेलीकॉप्टर घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। जंगल से सफलतापूर्वक दोनों घायल जवानों को निकाल लिया गया है। घायल जवानों को रायपुर लाया जा रहा है। फिलहाल अभी जवान मौके पर ही मौजूद हैं और फायरिंग जारी है। जवानों के बैकअप के लिए और फोर्स भी संभवत: मौके पर भेजी जा रही है। जवानों के जंगल में फंसे होने के कारण अभी अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। अभी घटनास्थल को लेकर भी जानकारी नहीं दी जा रही है।
नक्सलियों ने किया है त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बहिष्कार
नक्सलियों ने प्रदेश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बहिष्कार कर रखा है। इस वजह से लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। नक्सलियों ने पोस्टर और बैनर तक लगा दिए हैं और प्रदेश की कांग्रेस सरकार के साथ ही पूववर्ती भाजपा सरकार को भी निशाने पर रखा है। बस्तर के कई इलाकों में नक्सलियों के डर के कारण लोग चुनाव लड़ने तक से कतरा रहे हैं और नामांकन वापस ले चुके हैं। इससे पहले गुरुवार को भी नक्सलियों ने बीजापुर में 10 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था।