छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के सबसे बड़े नेताओं में से एक रहे रमन्ना की मौत का मातम मनाने के बाद नक्सली सुकमा क्षेत्र में बड़ी हिंसक वारदातों को अंजाम देने की फिराक में थे। सुदूर जंगल में नया कैंप स्थापित कर वहां से इस घटना को अंजाम देने की तैयारी की जा रही थी। इस फिराक में बैठे नक्सलियों का बुधवार की रात जंगल में जमावड़ा लगा था। पुलिस और सुरक्षा बलों को गोपनीय सूत्रों से इसकी सूचना मिली।
इसके बाद डीआरजी के जवानों का दल उक्त जंगल की ओर रवाना किया गया। दूसरी ओर डीआरजी, कोबरा बटालियन और एसटीफ की दूसरी पार्टी एक अन्य प्वाइंट पर रवाना की गई थी। दोनों जंगहों पर गुस्र्वार को मुठभेड़ हुई और इसमें दो नक्सली मारे गए थे। मारे गए दोनों नक्सलियों की पहचान हो गई है।
मुठभेड़ में मारी गई महिला नक्सली की पहचान प्लाटून नंबर 8 की मड़कम मासे के रूप में हुआ। जिसपर छत्तीसगढ़ सरकार ने दो लाख का इनाम था। वहीं पुरुष नक्सली की पहचान माड़वी हिड़मा (एक लाख) कोंटा एलजीएस के रूप में हुई है।
नक्सली नेता रमन्ना की मौत के बाद नक्सलियों की कोंटा एरिया कमेटी और किस्टाराम एरिया कमेटी के साथ प्लाटून के करीब 80 से 90 लाल लड़कों का जमावड़ा बड़े केडवाल के जंगल में था। नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग के लिए अस्थाई कैम्प किया था। सूचना पर पुलिस ने 20 किमी पैदल चलकर मौके पर पहुंचे और एक महिला नक्सली समेत दो को ढेर कर दिया।
आधुनिक हथियारों से की गोलाबारी…
एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि बड़ी संख्या में डीवीसी मेंबर की मौजूदग थे। नक्सली कोंटा और किस्टाराम एरिया कमेटी भी शामिल थी। जवानों को देख नक्सलियों ने भारी गोलाबारी की। सिंघनमड़गु और केडवाल के जंगल में हुए मुठभेड़ में नक्सली आधुनिक हथियार से लैस थे।