छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती ओड़िशा के एक गांव में आधी रात बाद 15 हाथियों का दल आ धमका। गांव की गलियों में कुछ हलचल हुई। खपरैल वाले मकान को हाथी उजाड़ रहा था। अपने घर को टूटते देखकर ग्रामीण बाहर निकला तो हाथी ने सूंड से उठा लिया और करीब सौ मीटर की दूरी पर ले गया। बाद कुचलकर ग्रामीण को मार डाला। इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है। यह हादसा ओडिसा के सुंदरगढ जिले के किंजिरकेला थाना क्षेत्र के केंदूडीह गांव में बीती रात हुई। वन अधिकारियों के अनुसार इस गांव के निवासी मृतक प्रखीत गहीर बीती रात 12 बजे परिवार सहित गहरी नींद में सो रहे थे। इस दौरान हाथियों के झुंड ने उनके घर को चारों तरफ से उजाड़ने लगे।
आवाज सुनकर माजरा जानने के लिए प्रखीत ने जैसे ही दरवाजा खोला, सामने हाथियों का झुंड देखकर वह घबरा गया। इससे पहले कि प्रखीत कुछ समझ पाता, सामने खड़े एक दंतैल ने उसे अपने सूंड में लपेट कर घर से खींच लिया। और घर से कुछ दूर ले जाकर उसे कुचल कर मार डाला।
इस बीच हाथियों के झुंड ने प्रखीत के पूरे घर को तबाह कर दिया। हादसे के बाद इस गांव सहित आसपास के दूसरे गांव में भी दहशत का महौल है। प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों के मुताबिक हाथियों का यह दल बेहद आक्रामक है। सामने आने वाले हर वस्तु पर हमला कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ रहा हाथियों का दल
मौके पर पहुंचे सुंदरगढ़ के वन अधिकारी टोंकाधर बेहरा ने बताया कि प्रखीत को मारने वाला गौतमी दल है और घटना के बाद यह दल छत्तीसगढ़ की ओर पलायन कर गया है। उन्हांेने बताया कि मृतक के परिजनों को तात्कालिक सहायता के रूप में 5 हजार स्र्पए उपलब्ध कराया गया है। क्षतिपूर्ति राशि चार लाख स्र्पए कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद उपलब्ध कराई जाएगी।
बताया गया है कि कॉलर आइडी की मदद से गौतमी दल की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी और केंदूडीह पहुंचने पर इसकी जानकारी ग्रामीणों को देते हुए सचेत किया गया था। उन्हांेने यह भी दावा किया है कि घटना से कुछ ही घंटे पूर्व वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम, प्रभावित गांव का फेरा लगा कर गई थी और हादसे के वक्त वह घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर मौजूद था।
छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती क्षेत्र में हाथियों का भय
गौतमी दल में इस वक्त नौ हाथी शामिल हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हाथियों का यह दल आक्रामक है। सामने आने पर घर को तबाह करते चल रहे हैं। इस दौरान इंसान के सामने आने पर क्या हाल होगा? यह केंदुडीह की घटना को देखकर समझा जा सकता है।
केंदुडीह से निकल कर गौतमी दल के तुमला थाना क्षेत्र में घुस आने की संभावना को देखते हुए वन विभाग भी सतर्क हो गया है। वहीं ग्रामवासियों में दहशत है। बताया जा रहा है खेतों से धान की फसल कट जाने के बाद इन दिनों हाथियों के सामने एक बार फिर भोजन-पानी की समस्या आ गई है। इस वजह से घर व खलिहान को निशाना बना रहे हैं।