छत्तीसगढ़ में लग रहा है किसानों ने इस बार धान नहीं गांजे की खेती है. इस तरह का भय का वातावरण बनाकर किसानों को परेशान करने का काम राज्य की कांग्रेस सरकार कर रही है. ऐसा आरोप बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री ने सरकार की सख्ती पर लगाया है. दरअसल प्रदेश मे धान खरीदी का काम 15 दिन विलंब से एक दिसंबर से शुरू हो गया है, लेकिन घोषणा पत्र के आधार पर धान खरीदी न करने को लेकर सरगुजा जिले मे बीजेपी ने प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है.
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का मामला प्रदेश से बाहर राष्ट्रीय स्तर पर गूंजने लगा है. 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदी ना करने को लेकर पहले प्रदेश सरकार ने केन्द्र सरकार को निशाना बनाया था, लेकिन धान खरीदी शुरू होते ही विपक्षी दल बीजेपी राज्य की कांग्रेस सरकार के ऊपर चढ़ाई करने का प्रयास कर रही है. इसके तहत बीते रविवार को सरगुजा जिले में बीजेपी पदाधिकारियो और कार्यकर्ताओं ने अलग अलग जगह धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला.
बीजेपी ने लगाए गंभीर आरोप
बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री भरत सिंह सिसोदिया ने राज्य सरकार पर किसानों की समस्या का कारण बता कर सरकार पर जो गंभीर आरोप लगाया है. सिसोदिया ने कहा कि सरकार धान का अवैध परिवन रोकने बिचौलियों पर कार्रवाई की बजाय किसानों को परेशान कर रही है. इससे किसानों की समस्या बढ़ती जा रही है. व्यापारी किसानों से धान नहीं खरीद रहे हैं, जो व्यापारी धान खरीद रहे हैं, वो तय से काफी कम दाम किसानों को दे रहे हैं. बता दें कि राज्य सरकार द्वारा 25 सौ रुपए क्विंटल धान खरीदी की घोषणा के बाद किसानों ने इस बार धान की बंपर खेती की है. लेकिन अब धान खरीदी के समय जब किसानो को ये पता चला कि पिछले वर्ष की तुलना मे इस बार कम कीमत मे धान खरीदी की जाएगी. तो इस बात से किसानो में नाराजगी भी देखी जा रही है.