लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने झारखंड में भाजपा से दूरी बनाने के संकेत दिए हैं. LJP अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने को तैयार है. पासवान का साफ कहना है कि उनकी पार्टी ‘टोकन की तरह दी जाने वाली सीटें’ नहीं स्वीकार करेगी. चिराग ने कहा कि उनकी पार्टी ने गठबंधन के तहत बीजेपी से 6 सीटें मांगी थीं मगर इन सभी पर उसने उम्मीदवार घोषित कर दिए. बीजेपी ने रविवार को 52 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी.
पासवान ने कहा, “अब गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने पर कोई बात नहीं हो रही. लोजपा अपने दम पर झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार है. लोजपा ने झारखंड की जरमुंडी, हुसैनाबाद, लातेहार, पांकी, बड़कागांव, नाला विधानसभा सीटों पर दावा ठोका था. पिछली बार LJP ने टोकन के रूप में शिकारीपारा सीट पर चुनाव लड़ा था.
पासवान के मुताबिक, उनकी पार्टी की झारखंड इकाई अपने बूते लड़ना चाहती है. राज्य से 37 ऐसी सीटों की लिस्ट केंद्रीय कार्यालय को भेजी गई है, जिनपर पार्टी चुनाव लड़ना चाहती है.
झारखंड में BJP की सहयोगी पार्टी ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (AJSU) ने सोमवार को 11 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी. कम से कम तीन सीटों पर आजसू और BJP के प्रत्याशी आमने-सामने होंगे. अब तक सीट बंटवारे को लेकर भाजपा और आजसू में से किसी ने औपचारिक घोषणा नहीं की है.
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से पहले चरण में 13 सीटों पर 30 नवंबर को मतदान होना है. 2014 के विधानसभा चुनाव में 37 सीटें पाने वाली भाजपा ने बाद में झारखंड विकास मोर्चा से टूटकर विलय करने वाले छह विधायकों के सहारे पहली बार बहुमत की सरकार बनाई थी. वर्ष 2000 में गठित हुए इस राज्य में पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले रघुबर दास पहले मुख्यमंत्री हैं.