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फोर्स झोंकेगी छत्तीसगढ़ के नक्सल इलाकों में अपनी पूरी ताकत

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केंद्र में मोदी सरकार की दूसरी पारी में बस्तर से नक्सलवाद के खात्मे के साथ विकास पर फोकस किया जा रहा है। केंद्रीय गृह सचिव की टीम 21 अक्टूबर को दो दिवसीय दौरे पर पहुंच रही है। इस दौरान बस्तर में सड़कों का जाल बिछाने के साथ मोबाइल टावर खड़ा करने को लेकर मंथन किया जाएगा। विकास कार्यों के लिए अतिरिक्त फोर्स को उतारा जाएगा। पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों ने बताया कि विकास योजनाओं में तेजी लाने पर फोकस किया गया है। नक्सलियों को एक छोटे भू-भाग में समेटने के बाद अब अंदस्र्नी गांवों को मुख्य सड़कों से जोड़ने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके लिए केंद्र से फंड की मांग भी की गई है। गृहसचिव की बैठक में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने के बाद सड़क और मोबाइल टावर लगाने में तेजी आएगी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक साल में नक्सली मुठभेड़ में कमी दर्ज की गई है।

सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा के एक छोटे एरिया में नक्सलियों को समेटने में सफलता मिली है। गांव में नक्सलियों की मौजूदगी कम होने के कारण वहां विकास कार्यों पर फोकस किया जा रहा है। केंद्र में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में नक्सल प्रभावित क्षेत्र की मुख्य सड़कों का निर्माण हुआ है। अब उन सड़कों को गांवों से जोड़ने का काम किया जाएगा। प्रधानमंत्री सड़क योजना में करीब 30 नई सड़कों का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसे केंद्रीय टीम को सौंपा जाएगा।

शाह से मिलीं थीं राज्यपाल

केंद्रीय गृहमंत्रालय की टीम राज्यपाल अनुसुईया उइके से भी मिलेगी। पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान राज्यपाल ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विकास के मुद्दे को उठाया था। जिसके बाद टीम को भेजने का फैसला किया गया।

कनेक्टिविटी के लिए लगेंगे मोबाइल टावर

बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कनेक्टिविटी के लिए मोबाइल टावर का विस्तार किया जाएगा। बस्तर नेट परियोजना में स्वीकृत टावर को लगाने के काम की समीक्षा भी की जाएगी। बस्तर में करीब 200 नए मोबाइल टावर लगाने का प्रस्ताव है। इसे सुरक्षा कारणों से रोक दिया गया है। अब केंद्र से अतिरिक्त सुरक्षा बल मिलने के बाद विकास कार्यों में फोर्स को तैनात किया जाएगा।