कमला नेहरू महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने हस्त प्रक्षालन दिवस पर कार्यक्रम आयोजित कर ग्रामवासियों को स्वच्छता के महत्व से अवगत कराया गया। महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के गोदग्राम सोनपुरी स्थित आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक एक व दो में बच्चों को हस्त प्रक्षालन के महत्व से अवगत कराते हुए कविता के माध्यम से हाथ धुलाई के तरीके सिखाए गए, ताकि वे बच्चे नियमित रूप से स्वच्छता बरतते हुए स्वस्थ रहने का प्रयास करें।
राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक वाईके तिवारी ने ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए कहा की व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ सार्वजनिक स्वच्छता स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक है। यह आदतें बचपन से ही बच्चों को संस्कार के रूप में सिखाई जानी चाहिए। शौच के उपरांत तथा भोजन से पूर्व अस्वच्छ हाथों को धोने से विषाणु जीवाणु के प्रभाव से डायरिया, मलेरिया, हैजा, फाइलेरिया आदि 40 पᆬीसदी बीमारियों के संक्रमण से बचा जा सकता है। यदि बच्चों को स्वच्छ जल तथा नियमित रूप से हाथ धोने की आदत पड़ जाए तो वे 80 पᆬीसदी बीमारियों से बच सकेंगे। महाविद्यालय के वरिष्ठ रासेयो स्वयंसेवक शनिदेव, पुष्पा साहू दीप्ति सिंह, संगीता सिदार ने स्वच्छता आधारित गीतों तथा खेलों के माध्यम से आंगनबाड़ी व प्राथमिक विद्यालय के नौनिहालों को हाथ धुलाई की अहमियत समझाते हुए स्वच्छ जल पीने के लिए जागरूक किया। स्वयंसेवकों ने गांधीजी के विचारों स्वच्छता, सत्य, अहिंसा, मानव सेवा, निर्मल विचार के साथ जीवन जीने जैसे कार्यों से भी सीख लेने की ओर ग्रामवासियों को प्रेरित किया। कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रमला देवी यादव, रमेसरीन पटेल सहायिका, घसनिन यादव, शांति पटेल, अंतराम, कन्हैया लाल के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामवासियों ने भाग लिया।
दिवा शिविर के दौरान भारत के 11वें राष्ट्रपति तथा मिसाइल मैन अब्दुल कलाम की जयंती पर वरिष्ठ स्वयंसेवक पुष्पा साहू ने उनकी देशभक्ति तथा बच्चों से उनके खासा लगाव के बारे में रोचक जानकारियां प्रस्तुत करते हुए बच्चों में नैतिकता तथा उत्साह जगाने का कार्य किया। पक्षियों को स्वच्छंद आसमान में उड़ान भरते देखकर उसे सपनों के रूप में संजोते हुए उन्होंने देश के लिए अनेक मिसाइलें बनाई तथा रक्षा अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए, जिससे देश की परमाणु क्षमता का विकास हुआ।