हार्डकोर नक्सली देबू बिंद ने शनिवार को डीआईजी कार्यालय में डीआईजी मनु महाराज के समक्ष आत्मसमर्पण किया। इसके बाद डीआईजी ने लखीसराय जिले के पीरी बाजार थाना पुलिस को बुलाकर नक्सली देबू बिंद को उसके हवाले कर दिया।
डीआईजी मनु महाराज ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली लखीसराय जिले के पीरी बाजार थाना के कई कांडों में संलिप्त है। वह पिछले कई वर्षो से फरार चल रहा था। नक्सली के आत्मसमर्पण करने के बाद उसके परिवार को पुलिस के द्वारा हर संभव मदद करने का प्रयास किया जाएगा। इसके पूर्व भी 11 मई 2012 को जिले के लडैयाटांड थाना में वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में 25 नक्सलियों ने एक साथ आत्मसमर्पण किया था।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली का क्या है इतिहास
जिले के लडै़याटांड थानाक्षेत्र के अजीमगंज निवासी नामधारी बिंद का पुत्र देबू बिंद हार्डकोर नक्सली है। वह जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सलियों के सक्रिय सदस्य के रूप में शामिल होकर कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है। डीआईजी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली देबू बिंद ने लखीसराय जिले के पीरी बाजार थानाक्षेत्र में नक्सलियों के द्वारा किए गये कई घटनाओं में शामिल रहा है। पीरी बाजार पुलिस लंबे अरसे से उसकी तलाश कर रही थी। उसपर पर पीरी बाजार थाना में यूएपी एक्ट, आर्म्स एक्ट सहित कई एक्टों के तहत
प्राथमिकी दर्ज की गई है।
देबू बिंद ने कैसे किया आत्मसमर्पण
डीआईजी के द्वारा मुंगेर रेंज के सभी नक्सल प्रभावित जिलों में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान डीआईजी नक्सल प्रभावित इलाकों में घूम-घूम कर लोगों से मुख्यधारा में जुड़ने की अपील भी कर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि शनिवार को डीआईजी कार्यालय में अचानक नक्सली देबू बिंद पहुंच गया और डीआईजी मनु महाराज से मिलने की इच्छा जताई। इसके बाद डीआईजी कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों ने देबू बिंद को डीआईजी से मुलाकात करायी।
डीआईजी से मुलाकात करने के बाद नक्सली ने पूरी जानकारी उपलब्ध कराते हुए आत्मसमर्पण करने की बात कही। इसके बाद डीआईजी ने पीरी बाजार थाना पुलिस को अविलंब डीआईजी कार्यालय पहुंचने के निर्देश दिए। पीरी बाजार पुलिस के डीआईजी कार्यालय पहुंचने के बाद नक्सली को पुलिस के हवाले कर दिया गया। डीआईजी ने पुलिस को हर संभव मदद करने के निर्देश दिए।
2012 में किसने किया था आत्मसमर्पण
11 मई 2012 को जिले के लड़ैयाटांड थाना में भागलपुर के तत्कालीन आईजी एके अंबेडकर, प्रमंडलीय आयुक्त एसएम राजू, डीआईजी अनिल किशोर यादव, डीएम कुलदीप नारायण और एसपीपी कन्नन की मौजूदगी में 25 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। इसमें पूर्व एरिया कमांडर योगेश्वर कोड़ा, महेश यादव, रामचरित्र यादव, भीम यादव, सुबुकलाल यादव, अर्जुन यादव, मनोज साह, विभेष यादव, शिवदानी यादव, गणेश यादव, पागो यादव, पोगल यादव, सुरेंद्र यादव, रंजीत यादव, भोला यादव, पंकज यादव, संजय यादव, भार्गव कोड़ा, देवन यादव, अधिक यादव, महेश यादव, रामशरण यादव, मैनी देवी, अनिल सोरेन और अनिल मंडल ने आत्मसमर्पण किया था।
कहते हैं डीआईजी
डीआईजी मनु महाराज ने बताया कि शनिवार को डीआईजी कार्यालय में नक्सली देबू बिंद ने आत्मसमर्पण किया। इसके बाद नक्सली को लखीसराय जिले के पीरी बाजार थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है। नक्सली ने आत्मसमर्पण करने के बाद परिवार और बच्चे के शिक्षा को लेकर मदद करने की गुहार लगाई है। इसी कारण पुलिस के द्वारा उनके परिवार की देखरेख और बच्चों के शिक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों का अन्य जिले के थानों से अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।