छत्तीसगढ़ के दक्षिणी छोर पर बसे सुकमा जिले के कोंटा से धमतरी के बीच नई रेललाइन बिछाने का प्रस्ताव रेल मंत्रालय तैयार कर रहा है। इस प्रस्ताव पर ढ़ाई साल पहले ही प्रारंभिक सर्वे कर लिया गया है। रिपोर्ट दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर द्वारा पांच जून 2017 को रेलवे बोर्ड में भेजी जा चुकी है।
इस बात का खुलासा बिलासपुर जोन द्वारा बस्तर सांसद दीपक बैज को भेजे पत्र में दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार कोंटा से जगदलपुर तक नई रेललाइन बिछाने के बाद इसे जगदलपुर-रावघाट रेललाइन में जोड़ दिया जाएगा तो कोंडागांव से कांकेर होकर धमतरी तक प्रस्तावित नई रेललाइन में लिंक होगी।
कोंटा से धमतरी तक 374.20 किलोमीटर लंबी इस रेललाइन पर प्रारंभिक सर्वे के अनुसार करीब 5000 करोड़ रूपये खर्च होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। रेलवे बोर्ड द्वारा यदि नई रेललाइन की स्वीकृति मिल जाती है तो कोंटा प्रदेश की राजधानी रायपुर से रेलमार्ग से जुड़ जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस रेललाइन का आरओआर प्लस 1.71 प्रतिशत है जिसे फायदे की दृष्टि से काफी बेहतर माना जाता है। 13 सितंबर को सांसदों की कमेटी की रायपुर रेलमंडल में हुई बैठक में भी बस्तर में प्रस्तावित नई रेललाइनों के सर्वे की जानकारी दी गई जिनमें अधिकांश लाइनों की चर्चा पहले भी हो चुकी है पर कोंटा से जगदलपुर होकर धमतरी तक नई रेललाइन का प्रस्ताव पहली बार सामने आया है।
धमतरी-कांकेर रेललाइन का भी हो चुका है सर्वे
महाप्रबंधक बिलासपुर रेल जोन के सचिव हिमांशु जैन ने बताया कि कोंटा-धमतरी रेललाइन महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है। जैन के अनुसार धमतरी से कांकेर के बीच 75.80 किलोमीटर रेललाइन की भी सर्वे रिपोर्ट पांच जून 2017 को रेलवे बोर्ड में जमा करा दी गई है, जिस दिन कोंटा रेललाइन की सर्वे रिपोर्ट बोर्ड में जमा कराई गई थी। हिमांशु जैन के अनुसार इस रेललाइन पर 726 करोड़ रूपये खर्च होने का अनुमान व्यक्त किया गया है तथा इसका आरओआर प्लस 2.84 प्रतिशत है।
धमतरी से कोंडागांव की सर्वे रिपोर्ट भी भेजी गई
मिली जानकारी के अनुसार धमतरी से कांकेर के अलावा धमतरी से कोंडागांव के बीच नगरी-माकड़ी-अमरावती होकर 184 किलोमीटर लंबी नई रेललाइन के लिए भी सर्वे किया जा चुका है। इस खंड की सर्वे रिपोर्ट दो मई 2016 को रेलवे बोर्ड को भेजी गई है। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 2051 करोड़ रुपये आंकी गई है तथा इसका आरओआर माइनस 2.796 प्रतिशत बताई गई है।