मौसम में हो रहे उतार- चढ़ाव के बीच जिले में मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। जापानी इंसेफ्लाटिस (जेई) और डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। दो दिन पहले ही जिला मुख्यालय के करीबी गांव कुम्हाररास के एक चार वर्षीय बच्चे को जेई पॉजीटिव पाया गया। जिले में अब तक जेई के 7 और डेंगू के 6 पॉजीटिव मरीज मिल चुके हैं। इसके अलावा एक स्वाइन फ्लू का मरीज कुआकोंडा ब्लॉक में मिला। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि उपचार के बाद सभी हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो गए हैं और स्वस्थ हैं।
यहां मिले ये मरीज
स्वाइन फ्लू का एक मरीज 30 अगस्त को किरंदुल (कुआकोंडा) में पॉजीटिव मिला। इसी तरह डेंगू के छह मरीज पॉजीटिव मरीज मिले हैं। इनमें पांच मरीज पिछले माह जुलाई और अगस्त में मिले हैं। जेई के 7 पाजीटिव मरीज भी जुलाई और अगस्त माह में पाए गए।
स्वास्थ्य विभाग का दावा
– लार्वा स्रोत नियंत्रण किया जा रहा है।
– मच्छरदानी उपयोग के लिए जागरूता अभियान चल रहा है।
– घर- घर मितानिनों को भेजकर लक्षण और बचाव के बारे में बताया जा रहा है।
– एसीएम 5 प्रतिशत का छिड़काव जिले के 125 पंचायतों में करने का दावा।
– सूअर पालकों से सूअरों से घर से 500 मीटर दूर रखने की सलाह दी जा रही है।
जिले में मच्छरजनित रोग मलेरिया, डेंगू के मरीज मिले हैं। जिनका उपचार हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग रोकथाम के लिए पूरे प्रयास कर रहा है। अंदरूनी इलाकों के सभी पंचायतों में एक राउंड छिड़काव हो चुका है। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।