झारखंड देश का पहला राज्य है, जहां पर सिर्फ एक रुपये में ही महिलाएं संपत्ति की मालकिन बन जाती हैं. दो साल पहले सुविधा शुरू होने के बाद अब तक डेढ़ लाख महिलाएं इस योजना का लाभ उठा चुकी हैं. देश के बाकी राज्यों में भी महिलाओं को रजिस्टी में कुछ प्रतिशत की छूट जरूर मिलती है, मगर कहीं पर भी एक रुपये में ही जमीन या मकान की रजिस्ट्री की सुविधा नहीं है. दिल्ली में महिलाओं को चार प्रतिशत स्टांप ड्यूटी देनी पड़ती है तो यूपी में स्टांप शुल्क में सिर्फ एक प्रतिशत ही छूट मिलती है. झारखंड में अमूमन छह से सात प्रतिशत रजिस्ट्री शुल्क चुकाना पड़ता है. ऐसे में तमाम परिवार महिलाओं के नाम रजिस्ट्री कर स्टांप शुल्क की भारी बचत कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री रघुबर दास ने गुरुवार को ट्वीट कर इस योजना का लाभ उठाने वाली डेढ़ लाख महिलाओं का आंकड़ा दिया. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा,”झारखंड देश का पहला राज्य है जहां महिलाओं के लिए 50 लाख रुपये तक की जमीन/ मकान की रजिस्ट्री सिर्फ एक रुपये में होती है. अब तक डेढ़ लाख से ज्यादा महिलाएं बन चुकी हैं मकान मालकिन.”
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारी सशक्तिकरण लिए महिलाओं के नाम पर घर-जमीन की रजिस्ट्री की अपील की थी. जिसके बाद 2017 में झारखंड कैबिनेट ने सिर्फ एक रुपये में महिलाओं को रजिस्ट्री सुविधा देने का फैसला किया. इसके अनुसार, इस छूट का लाभ लेने के लिए महिला को शपथ पत्र दायर करना होता है कि इस तरह की छूट का वह पहली बार लाभ ले रही है. नियम के मुताबिक एक रुपये में रजिस्ट्री का लाभ कोई महिला एक बार ही ले सकती है. पुरुष के साथ रजिस्ट्री कराने पर कोई छूट नहीं मिलेगी.
वहीं अगर दो महिलाएं संयुक्त रूप से संपत्ति की रजिस्ट्री कराती हैं तो उन्हें लाभ मिलेगा. हालांकि 50 लाख से ज्यादा संपत्ति की कीमत होने पर महिलाओं को अतिरिक्त राशि पर स्टांप ड्यूटी का भुगतान करना होगा.
बीजेपी ने झारखंड का दिया उदाहरण
दिल्ली में भी महिलाओं को झारखंड की तरह रजिस्ट्री में शुल्क छूट की सुविधा देने की मांग उठ चुकी है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी पूर्व में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर महिलाओं को 4 प्रतिशत रजिस्ट्री शुल्क माफ करने की मांग कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि इससे महिला सशक्तिकरण बढ़ेगा और महिलाओं के नाम संपत्ति होने से उनकी समाजिक सुरक्षा भी बढ़ेगी. इसके लिए मनोज तिवारी ने बीजेपी शासित राज्य झारखंड का भी हवाला दिया.