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दंतेवाड़ा उपचुनाव: क्या सिंपैथी पॉलिटिक्स के सहारे फिर जीत दर्ज कर पाएगी BJP…

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छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दंतेवाड़ा विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है. जीत का दावा करते हुए सूबे के सभी प्रमुख दल चुनावी तैयारियों में जुट गए है. चुनावी दांव खेलते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को दंतेवाड़ा उपचुनाव (Dantewada By Election) के लिए अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया. पार्टी आलाकाम में हुए मंथन के बाद देवती कर्मा के नाम पर कांग्रेस ने मुहर लगा दी. मालूम हो कि देवती कर्मा (Devati Karma) कांग्रेस (Congress) के दिवंगत नेता महेन्द्र कर्मा की पत्नी और पूर्व विधायक हैं. एआईसीसी (AICC- All India Congress Committee) ने उनके नाम पर मुहर लगाई है. तो वहीं बीजेपी से भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी का नाम तय माना जा रहा है. वहीं इस सीट पर तीसरे मोर्चे ने भी अपने जीत की दावेदारी पेश कर दी है. बसपा ने प्रदेश अध्यक्ष हेमंत पोयाम को उपचुनाव के लिए अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं जेसीसी जे सुप्रीम अजीत जोगी की मानें तो जल्द ही उनकी पार्टी अपने प्रत्याशी को घोषणा कर देगी. तो आम आदमी पार्टी से सोनी सोरी के चुनाव लड़ने की बात सामने आ रही है.

दंतेवाड़ा उपचुनाव के लिए से ओजस्वी मंडावी (Ojasvi Mandavi) का नाम तय माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि उपचुनाव के लिए बीजेपी अपना उम्मीदवार दिवगंत भीमा मंडावी (Bhima Mandavi) की पत्नी ओजस्वी मंडावी को बना सकती है. कार्यकारिणी समिति की बैठक में सभी इस एक राय से फैसला भी कर लिया है. दिल्ली से बस औपचारिक ऐलान होना ही बाकी है. मालूम हो कि शुक्रवार रात बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी समिति की बैठक प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में की गई. इसमें दंतेवाड़ा उपचुनाव को लेकर चर्चा की गई है. बैठक में उम्मीदवार चयन को लेकर मंथन किया.

बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी, शिवरतन शर्मा, पुन्नूलाल मोहले, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, संगठन मंत्री पवन साय अन्य कार्यकारिणी के सदस्य मौजूद थे. चुनाव समिति द्वारा दंतेवाड़ा से केवल एक ही नाम उम्मीद्वार के तौर पर हाईकमान को भेजा गया है. बता दें कि कांग्रेस अपना दंतेवाड़ा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने पूर्व विधायक देवती कर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. और अब बीजेपी से ओजस्वी मंडावी के नाम का औपचारिक ऐलान होना ही बाकी है. इस मसले पर बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh) ने कहा कि चर्चा और अनुशंसा के बाद हमने एक नाम केंद्रीय कार्यालय को भेजा है. 2 और 4 तारीख को फॉर्म भरा जाएगा.

दंतेवाड़ा विधानसभा का निर्वाचन कार्यक्रम

नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि- 4 सितंबर 2019, बुधवार नामांकन पत्रों की संवीक्षा- 5 सितंबर 2019, गुरूवार

नाम वापसी की तिथि- 7 सितंबर 2019, शनिवार

मतदान की तिथि- 23 सितंबर 2019, सोमवार

मतगणना की तिथि- 27 सितंबर 2019, शुक्रवार

तिथि जिस के पूर्व निर्वाचन संपन्न होगा – 29/9/2019, रविवार

माना जा रहा है कि दंतेवाड़ा उपचुनाव में कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) के बीच सीधा मुकाबला होने वाला है. कांग्रेस ने जहां इस सीट पर बस्तर टाइगर दिवंगत महेन्द्र कर्मा की पत्नी देवती कर्मा को मैदान में उतारा है तो वहीं भाजपा दिवंगत भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी पर दांव खेल सकती है. जानकारी के मुताबिक पिछले तीन चुनावों से कर्मा और मंडावी परिवार के बीच ही यहां मुकाबला होता रहा है. इस बार भी कुछ ऐसी ही स्थिति फिर एक बार बनती दिख रही है.

नाक और साख का सवाल है ये सीट:

भाजपा विधायक भीमा मंडावी की नक्सलियों द्वारा हत्या करने के बाद दंतेवाड़ा सीट खाली हो गई थी. बता दें कि दंतेवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में हुए 2008 के चुनाव में भाजपा के भीम मांडवी ने सीपीआई के मनीष कुंजाम को 12008 वोटों के अंतर से हराया था. तो वहीं 2013 के चुनाव में कांग्रेस की देवती कर्मा ने भाजपा के भीमाराम मांडवी को 5987 वोटों के अंतर से हराया था. फिर 2018 में हुए चुनाव में फिर भाजपा ने इस सीट पर कब्जा कर लिया था और भीमा मंडावी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी.

2018 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट

भीमा मंडावी, बीजेपी, कुल वोट मिले 37,990 वोट

देवती कर्मा, कांग्रेस, कुल वोट मिले 35,818

2013 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट

देवती वर्मा, कांग्रेस, कुल वोट मिले 41417

भीमाराम मांडवी, बीजेपी, कुल वोट मिले 35430

2008 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट

भीमाराम मांडवी, बीजेपी, कुल वोट मिले 36813

मनीष कुंजम, सीपीआई, 24805

2003 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट

महेंद्र कर्मा, कांग्रेस, कुल वोट मिले 24572

नंदा राम सोरी, सीपीआई, कुल वोट मिले 19637

नक्सली मुद्दा है कॉमन:

25 मई 2013 को झीरम घाटी हमला हुआ था. नक्सलियों ने कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हमला कर दिया था जिसमें कांग्रेस के तकरीबन 30 नेता और कार्यकर्ता मारे गए थे. हमले में पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल के साथ बस्तर टाइगर से कहनाले वाले महेंद्र कर्मा भी शामलि थे. तो वहीं 9 अप्रैल 2019 को दंतेवाड़ा से एक मात्र बीजेपी विधायक भीमा मंडावी के काफिले को नक्सलियों ने निशाना बनाया था. चुनाव प्रचार के वापस लौटने वक्स नक्सली हमले में उनकी मौत हो गई थी. अब दंतेवाड़ा में होने वाले उपचुनाव में नक्सली मुद्दों को लेकर चुनाव मैदान में पार्टी उतर सकती है.

डेमेज कंट्रोल तो नहीं कर रही बीजेपी:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं बुलाए जाने पर छत्तीसगढ़ में नक्सल हिंसा में मारे गए बीजेपी के दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी ने नाराजगी जताई है. उन्होंने मीडिया से कहा कि समारोह में नहीं बुलाए जाने पर खुद को उपेक्षित महसूस कर रही हूं. ओजस्वी पश्चिम बंगाल के दिवंगत कार्यकर्ताओं के परिवारों को बुलाए जाने को लेकर अपनी बात कह रही थीं. अब दंतेवाड़ा चुनाव में सहानुभूति वाले मुद्दे को बीजेपी भुनने की कोशिश कर सकती है. नाराजगी दूर करने के साथ स्थनीय लोगों के बीच पकड़ मजबूत करने के लिए बीजेपी उपचुनाव के लिए ओजस्वी मंडावी का नाम तेय कर सकती है. हालांकि देवती कर्मा और उनके बेटे छविंद्र कर्मा के बीच भी टिकट को लेकर बवाल मच चुका है. विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट न मिलने पर छविंद्र ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. हालांकि हाईकामने से समझाइश के बाद ये मामला शांत हो गया था.