‘भाजपा मुक्त बस्तर” के लिए कांग्रेस मतदाताओं का माइंडवाश करेगी। दंतेवाड़ा उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से देवती कर्मा को उम्मीदवार बनाने के बाद अब संगठन ने ताकत झोंकी है। कांग्रेस के बस्तर में पदाधिकारियों से लेकर युवक कांग्रेस और एनएसयूआइ के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी है।
पदाधिकारी बूथ स्तर पर जाएंगे और मतदाताओं से दंतेवाड़ा में विकास की बयार के लिए वोट करने की अपील करेंगे। कांग्रेस वोटरों से कहेगी कि प्रदेश में सरकार होने का फायदा दंतेवाड़ा विधानसभा को मिल सकता है। ऐसे में पिछली बार की गलती को न दोहराकर कांग्रेस उम्मीदवार को जीताएं।
बस्तर संभाग में लोकसभा और विधानसभा में सिर्फ दंतेवाड़ा सीट पर ही कांग्रेस को हार मिली थी। विधानसभा चुनाव में 12 में से 11 सीट पर कांग्रेस विधायकों की जीत हुई थी। ऐसे में इस चुनाव में कांग्रेस कोई कोर-कसर छोड़ने को तैयार नहीं है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर आला पदाधिकारियों ने बस्तर में डेरा डाल दिया है।
बताया जा रहा है कि नामांकन में बड़ा शक्ति प्रदर्शन की तैयारी चल रही है। कांग्रेस के आला नेताओं की मानें तो पिछले चुनाव में छविंद्र कर्मा की दावेदारी और परिवार में विवाद का संदेश नकारात्मक गया। ऐसे में इस चुनाव में पार्टी कोई गड़बड़ी करने के मूड में नहीं है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूरे चुनाव की मानिटरिंग करेगी और दंतेवाड़ा के पदाधिकारी सक्रिय भूमिका में रहेंगे।
आप से सोनी सोरी के नाम की चर्चा
आम आदमी पार्टी से सोनी सोरी को उम्मीदवार बनाने की चर्चा है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में आप ने सोनी सोरी को उम्मीदवार बनाया था। सोनी दंतेवाड़ा में लगातार सक्रिय हैं और आदिवासियों के मुद्दे को उठा रही हैं। वहीं, वाम दल के मनीष कुंजाम, भीम सेन मंडावी, नंदाराम सोरी और उनकी पुत्री विमला सोरी के नाम पर विचार चल रहा है। जबकि बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार केशव नेताम हो सकते हैं।