चारामा विकासखंड के भिरौद घाट में रेत का अवैध परिवहन कर रहे दस हाइवा वाहनों को पुलिस विभाग ने पकड़ा है। सभी हाइवा वाहनों रेत भरे हुए पाए गए।
प्रशासन की लगातार कार्रवाई के बाद भी रेत माफियाओं द्वारा रेत का अवैध उत्खनन बंद नहीं हो रहा है। उन्हें प्रशासन की कार्रवाई का किसी भी प्रकार से कोई डर नहीं है। इसके कारण प्रतिदिन कार्रवाई के बाद भी रेत माफिया धड़ल्ले से रेत खदानों से अवैध रेत का उत्खनन बड़ी-बड़ी चेन मांउटेन मशीन से करने में लगे हुए है। रविवार को एसडीएम की ओर से रेत से भरी सात हाइवा की जप्ती की कार्रवाई की गई। सोमवार की रात को ग्राम खरथा के ग्रामीणों ने हाइवा वाहनों को रोककर उन्हे ग्राम से बाहर भेज दिया था।
मंगलवार की रात को ही थाना प्रभारी को भिरौद घाट से रेत के अवैध उत्खनन की जानकारी प्राप्त हुई थी। इस पर बुधवार की सुबह थाना प्रभारी टीएस पट्टावी के निर्देश पर एसआइ दिलीप नाग व अन्य टीम द्वारा भिरौद घाट पहुंचकर 10 हाइवा को जब्त किया। इसमें दो हाईवा में रेत भरी हुई थी, बाकि अन्य आठ हाइवा खाली थी, भरी हुई हाइवा को भी पुलिस ने घाट में ही खाली कराया। हाइवा क्रमांक सीजी 070 एल 4718, सीजी 08 एच के 9199, सीजी 24 5477, सीजी 24 के 3388, सीजी 24 एम 6762, सीजी 24 के 6407, सीजी 24 जे 6438, सीजी 24 एम 6071, सीजी 24 एम 9599, सीजी 07 एजेड 1223 को थाने लाकर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की।
गायब थी चेन माउंटेन, विभागीय अफसर भी नदारद
जब पुलिस घाट पर पहुंची तब चेन मांउटेन मशीन वहां से गायब थी। वहीं इस कार्रवाई के दौरान कोई भी विभागीय अधिकारी वहां उपस्थित नहीं था। जबकि विभागीय अधिकारी को ऐसे अवैध उत्खनन को रोकने के लिए आगे आना चाहिए। पुलिस की इस कार्रवाई से रेत माफियाओं में दहशत बना हुआ है। वहीं लगातार चारामा से रेत खनन की खबरें सामने आने से पूरे छत्तीसगढ़ में चारामा नगर की पहचान रेत खनन के मुख्य अड्डे के रूप में हो चुकी है। लगातार कार्रवाई के बाद भी क्या अवैध उत्खनन रुक पाएगा, यह चारामा के विभिन्न रेत खदान के लिए प्रश्न बना हुआ है।