भाई को सिपाही की बनता देख एक नक्सली का मन बदल गया। नक्सलवाद को छोड़कर वह अब मुख्यधारा में लौट आया है। गुरुवार को उसने पत्नी के साथ जगदलपुर में सरेंडर किया। दोनों पर 6-6 लाख रुपए का इनाम था। खास बात यह है इसका जो भाई पुलिस में सिपाही बना वह भी पहले नक्सली था।
इसलिए लौटे मुख्यधारा में
- पुलिस के मुताबिक, नक्सली राहुल और उसकी पत्नी मंजू ने सरेंडर किया। राहुल के भाई भी नक्सली था। लेकिन, कई साल पहले वह मुख्य धारा में लौट आया। इसके कुछ समय बाद उसकी जिंदगी बदल गई। वह पुलिस में सिपाही बन गया।
- बचपन से ही नक्सलियों की मंडली से जुड़ाउधर, राहुल और उसकी पत्नी बीमारी के बावजूद जंगल में भयानक जिंदगी जी रहे थे। भाई की बेहतर जिंदगी ने राहुल को प्रभावित किया और दोनों ने सरेंडर करने का निर्णय लिया। समर्पण के बाद इन्हें तत्कालिक दस-दस हजार रुपए की सहायता राशि दी गई।
- दंतेवाड़ा में भी दो नक्सलियों ने किया समर्पणदंतेवाड़ा में 1- 1 लाख रुपए के इनामी नक्सली सन्नू कुंजाम और बुधराम माड़वी ने सरेंडर किया। सन्नू 2003 में नक्सली संगठन से जुड़ा था। वहीं, बुधराम माड़वी 2014 से नक्सल संगठन से जुड़ा था। दोनों नक्सली वाहन में आगजनी, प्रेशर आईईडी लगाने जैसी कई सारी घटनाओं में शामिल रहे हैं।