राज्य और संभाग के जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों की रिहाई के लिए दंतेवाड़ा में आदिवासी सड़क पर उतर आए। मंगलवार को सैकड़ों आदिवासियों ने जिला मुख्यालय में एकत्र होकर धरना- प्रदर्शन के बाद कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के आव्हान पर पहुंचे आदिवासियों का कहना है कि पूर्ववती भाजपा सरकार हो वर्तमान की कांग्रेस सरकार, किसी भी शासनकाल में ग्रामीण आदिवासियों को लाभ नहीं मिल रहा। आदिवासियों का शोषण लगातार हो रहा है। भाकपा के मांग पत्र में सरकार को चुनावी वायदे की याद दिलाते पूरा करने कहा गया है। इसमें कहा गया है कि वादानुसार जेल में बंद निर्दोष आदिवासियों को तत्काल रिहा किया जाए। राज्य और केंद्र के सार्वजनिक उपक्रम के रिक्त पदों पर तत्काल स्थानीय बेरोजगारों को नियुक्ति दी जाए। वनाधिकार पट्टा के लिए पूर्व में निरस्त आवेदनों पर पुनः विचार हो और नया आवेदन लिया जाए। अतिथि शिक्षकों की भर्ती पंचायत स्तर पर कर उन्हें नियमित किया जाए। शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार या बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। धरना- प्रदर्शन और रैली में नंदाराम सोरी, चमन लाल कुंजाम, भीमसेन मंडावी, सुकराम मरकाम, बीएल श्रीवास्तव, जितेंद्र सोरी, सुकराम पोडिय़ाम, रामलाल नेगी, कमला ताती, गौतम बारसे, विरेंद्र भास्कर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।