त्रिपुरा राज्य के राज्यपाल रमेश बैस 20 अगस्त को जिले के प्रवास पर रहेंगे। बैस शाम को नेहरू सांस्कृतिक भवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। बता दें कि कार्यक्रम चन्द्रनाहू कुर्मी क्षत्रिय समाज द्वारा आयोजित किया जा रहा है। आयोजन में शामिल होने के बाद वो रायपुर के लिए रवाना होंगे और अंत में वो 21 अगस्त को त्रिपुरा पहुचेंगे।
ज्ञात हो कि त्रिपुरा के राज्यपाल के तौर पर पद की शपथ लेने के बाद पहली बार अपनी राजधानी पहुंचे रमेश बैस का भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। कार्यकर्ता स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर फूल माला और ढोल नगाड़े के साथ पहुंचे। ज्ञात हो कि सांसद सुनील सोनी ने राज्यपाल रमेश बैस की अगुवानी की।

भावुक हुए राज्यपाल
पत्रकारों से बात करते हुए रमेश बैस ने भावुक होकर कहा कि कई कार्यकर्ता फोन करके कहते हैं कि आपके राज्यपाल बनने के बाद यहां (रायपुर में) राजनीतिक शून्यता आ गई है।
कार्यकर्ताओं को करते हैं याद
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम करने की गुंजाइश बताते हुए बैस ने कहा कि त्रिपुरा के मुख्यमंत्री से इस मामले पर विचार विमर्श किया गया है। जब उनसे पूछा गया कि त्रिपुरा में किस चीज को सबसे ज्यादा याद करते हैं तो बैस ने कहा कि यहां के कार्यकर्ताओं को सबसे ज्यादा याद करता हूं। कार्यकर्ता आज भी फोन करके अपनी समस्याओं को बताते हैं। मैं वहीं से फोन पर समाधान कराने की कोशिश करता हूं।

29 जुलाई को ली थी शपथ
29 जुलाई को बैस को त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में त्रिपुरा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय करोल ने पद की शपथ दिलाई थी। ज्ञात हो कि राज्यपाल का संवैधानिक पद संभालने से पहले उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। बैस ने मीडिया से चर्चा में कहा कि त्रिपुरा और छत्तीसगढ़ में काफी समानता है। त्रिपुरा के लोग भी छत्तीसगढ़ की तरह धार्मिक भावना वाले हैं।