नक्सली हमले में गंभीर रूप से घायल सकरा के दुबहां बुजुर्ग गांव के सीआरपीएफ जवान 28 वर्षीय जितेन्द्र कुमार की रविवार को मौत हो गई। उनका इलाज दिल्ली के एक अस्पताल में चल रहा था। उनकी मौत की खबर पाकर गांव-परिवार में मातम पसर गया। सकरा थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि दिल्ली से सीआरपीफ के जवान पार्थिव शरीर को लेकर गांव आ रहे हैं। देर रात पटना पार्थिव शरीर पहुंचा। पटना एयरपोर्ट पर जवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। मृत जवान के पिता राम सोहावन शर्मा ने बताया कि 11 अप्रैल 2014 को लोकसभा चुनाव के दौरान छत्तीसगढ़ में नक्सली द्वारा किए गए विस्फोट में जितेन्द्र कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनका पांच साल से इलाज चल रहा था।
दो भाई और बहन में सबसे बड़े थे। अस्पताल में दो सीआरपीएफ जवानों की निगरानी में मां उनकी देखभाल में लगी रहती थीं। बताया कि दस दिन पहले जितेन्द्र की दादी का निधन हो गया था। इस कारण मां दिल्ली से दुबहां श्राद्धकर्म के लिए आई थीं। दादी के निधन के दसवें दिन घायल जितेन्द्र कुमार ने भी अंतिम सांस ली।