रांची के नगड़ी से बरामद विस्फोटकों का जखीरा पीएलएफआई उग्रवादियों को सप्लाई होता. ये खुलासा विस्फोटकों के साथ पकड़ाये अनवर खान उर्फ अश्फाक ने किया. उसके मुताबिक विस्फोटकों की दो खेप उग्रवादियों के पास पहुंच भी गयी. अनवर के बताया कि वह नगड़ी के बांदाटोली निवासी मांगू उरांव के घर पिछले एक महीने से विस्फोटक जमा कर रहा था. ये सभी विस्फोटक कोडरमा से लाये जा रहे थे. विस्फोटकों को कई खेपों में पीएलएफआई के पास भेजा जाना था.
15 लाख के विस्फोटक के बदले 35 लाख रुपये मिलता
पूछताछ में अनवर ने इस मामले में अपने कई सहयोगियों के नाम बताए हैं. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. पुलिस ने अनवर व मांगू उरांव को जेल भेज दिया है. अनवर रांची के चर्च रोड इलाके का रहने वाला है, लेकिन वह नाम बदलकर लोहरदगा में रह रहा था. पुलिस के मुताबिक अनवर ने ये भी बताया कि जब्त विस्फोटकों की कीमत 15 लाख रुपये थी, जबकि पीएलएफआई से उसे इसके बदले 35 लाख रुपये मिलने वाले थे. यानी दोगुना फायदा पर यह कारोबार चल रहा था. इसलिए इसमें कई लोग शामिल थे.

पीएलएफआई उग्रवादी (फाइल फोटो)
नगड़ी इलाके से बरामद हुआ जखीरा
बीते शनिवार को रांची पुलिस ने नगड़ी इलाके से विस्फोटकों का बड़ा जखीरा बरामद किया. इस मामले में पुलिस ने आरोपी अनवर को गिरफ्तार भी किया था. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक ट्रक में नक्सली संगठन के लिए विस्फोटकों का जखीरा ले जाया जा रहा है. इसी सूचना पर इटकी और नगड़ी इलाके में वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया. इसी दौरान नगड़ी इलाके में एक ट्रक से जखीरा बरामद हुआ. ट्रक से 35 पेटी जिलेटिन, 10 बोरा यूरिया, 2 बोरा डेटोनेटर बरामद हुए.