बस्तर अंचल में पिछले तीन दिन से लगातार बारिश जारी रहने से सोमवार को कई क्षेत्रों में हालात बिगड़ गए। इंद्रावती, मारकंडी, नारंगी, शंखिनी, डंकिनी शबरी, मिगांचल आदि अनेक नदियों के साथ सहायक नदी-नालों में उफान आने से संभाग के दर्जनों गांव बाढ़ से घिर गए हैं।
बाढ़ को देखते हुए कमिश्नर, आईजी, संबंधित जिलों के कलेक्टर सहित पूरा प्रशासनिक अमला राहत कार्य में लगा है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है। जिला एवं संभागीय मुख्यालय को जोड़ने वाले अनेक मार्ग बाढ़ के कारण अवरूद्ध हो गए हैं। इंद्रावती नदी यहां जगदलपुर में डेंजर लेवल आठ मीटर को पार कर गई थी।
ओड़िशा में नवरंगपुर से लेकर यहां बस्तर संभाग के अंतिम छोर पर बीजापुर जिले के पातागुड़म के करीब गोदावरी नदी में मिलने तक 300 किमी क्षेत्र में इंद्रावती नदी में बाढ़ के हालात हैं। सोमवार तड़के तीन बजे यहां पुराना पुल स्थित केन्द्रीय जल आयोग के गेज साइट में जलस्तर पांच मीटर था, जो हर घंटे बढ़ते हुए शाम चार बजे 8.60 मीटर तक पहुंच गया।
केन्द्रीय जल आयोग के हैदराबाद क्षेत्रीय कार्यालय से मिली सूचना के अनुसार रात आठ बजे साढ़े नौ मीटर के स्तर को पार कर जाने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे भारी बारिश की संभावना बनी रहने से बाढ़ के हालात में ज्यादा सुधार की गुंजाइश कम है।