भारी बारिश का कहर और सांप बिच्छुओं का डर और उस पर भी आलम यह है कि महीनों से स्ट्रीट लाइट ही गुल है कुछ ऐसा ही नजारा है तोंगपाल का। यहां के रहवासी महीनों से शाम होते ही अंधकार में रहने को विवश हैं इसकी सुध न प्रशासन को है और न ही जनप्रतिनिधियों को। बारिश के चलते पानी भर जाने की स्थिति में सांप बिच्छू बाहर आ गए हैं। रात के अंधकार में यहां के रहवासियों को सर्पदंश का भय सता रहा है। मुख्य सड़कें पूरी अंधकार से भर जाती है इसके अलावा गली मुहल्लों की स्थिति और भी भयावह है। ग्रामीणों की माने तो उन्होंने कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इस बाबत बात की परन्तु कोई भी इस दिशा में कुछ भी नहीं कर रहा है।
सौर ऊर्जा लाइट वर्षों से बंद
तोंगपाल में इसी समस्या को देखते हुए तत्कालीन सरकार ने लगभग चार वर्ष पहले सौर ऊर्जा स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था ग्रामवासियों की मांग पर की थी परंतु यह व्यवस्था भी चालू होने के कुछ समय में ही खराब होने लगी थी व अभी लगभग डेढ़ वर्षों से पूरी तरह से बंद हो चुकी है जिसके संबंध में ग्रामवासियो ने कई मर्तबा क्रेडा के अधिकारियों से सम्पर्क किया परन्तु व्यवस्था आज तक जस के तस है। क्रेडा द्वारा लगाए गए स्ट्रीट लाइट के इतनी जल्दी खराब होने के संबंध में जिला प्रभारी जीआर मरकाम ने बताया कि कि तोंगपाल में बैटरी खराब होने के कारण स्ट्रीट लाइट बंद है जिसे बरसात के बाद ठीक किया जा सकता है। बैटरी की लाइफ के बारे में पूछने पर कहा कि 5 साल की गारंटी होती है। 2015 में चालू हुए स्ट्रीट लाइट की बैटरी चार वर्षो में ही खराब हो गई जबकि बीते चार वर्षों में भी तोंगपाल के रहवासियों को इसका उचित लाभ नही मिला।
हाइवे में रहता है मवेशियों का जमावड़ा
ज्ञात हो तोंगपाल नगर सुकमा जिले का प्रमुख विकासशील नगर है व एनएच 30 के किनारे ही इसकी बसावट है। यहां जिले के बड़े व्यापारी निवास करते हैं व विकास के साथ ही नगर में ट्रैफिक का भी दबाव बढ़ा है परंतु एनएच 30 में तोंगपाल में आवारा मवेशियों के जमावड़ा अक्सर देखा जा सकता है व रात में स्ट्रीट लाइट न जलने की स्थिति में कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है विदित हो कि एनएच 30 में पूर्व में सड़क पर मवेशियों की वजह से कई दुर्घटनाएं हो चुकी है जिससे कई ग्रामीणों की जान भी जा चुकी है।